मधेपुरा
मधेपुरा जिले के निवासी और देश की राजधानी दिल्ली में पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले रोहित परमार का महज 27 साल की उम्र में निधन हो गया.
इस खबर से पूरे जिले में शोक व्याप्त है. एक तरफ जहां दशहरे की पूजा चल रहा है उस बीच रोहित का यूं अचानक हृदय गति रूक जाने से चले जाना उनके जानने वालों समेत परिवार एवं पत्रकारिता जगत के लिए गहरा घात है. रोहित ने महज 27 साल के उम्र में पत्रकारिता जगत मे अपनी पहचान बनाई और देश के विभिन्न प्रतिष्ठित चैनलों जैसे आज तक, न्यूज़ नेशन, ई टी वी, न्यूज़ 18 में महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत रहे थे.
रोहित परमार का निधन सोमवार सुबह दिल्ली में ह्रदय गति रूक जाने के कारण हुआ. बताया जाता है कि अचानक तबियत खराब होने पर उन्हें एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया जहाँ उन्होंने अंतिम सांस ली. 5 जनवरी 1991 को जन्मे रोहित परमार मधेपुरा जिले के बिहारीगंज प्रखंड के मोहनपुर गाँव के मूल निवासी थे. भूतपूर्व मुखिया स्वर्गीय राजेश कुमार सिंह के पुत्र थे.
चार बहन और दो भाइयों के परिवार में वे सबसे छोटे थे. वे मधेपुरा के गतिविधियों पर भी लगातार नजर रखते थे और यहाँ के युवाओं में भी खासे लोकप्रिय थे. उनके निधन पर सोशल मीडिया और उनके जानने वालों के द्वारा गहरी संवेदना व्यक्त की जा रही है.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
मधेपुरा जिले के निवासी और देश की राजधानी दिल्ली में पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले रोहित परमार का महज 27 साल की उम्र में निधन हो गया.
इस खबर से पूरे जिले में शोक व्याप्त है. एक तरफ जहां दशहरे की पूजा चल रहा है उस बीच रोहित का यूं अचानक हृदय गति रूक जाने से चले जाना उनके जानने वालों समेत परिवार एवं पत्रकारिता जगत के लिए गहरा घात है. रोहित ने महज 27 साल के उम्र में पत्रकारिता जगत मे अपनी पहचान बनाई और देश के विभिन्न प्रतिष्ठित चैनलों जैसे आज तक, न्यूज़ नेशन, ई टी वी, न्यूज़ 18 में महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत रहे थे.
रोहित परमार का निधन सोमवार सुबह दिल्ली में ह्रदय गति रूक जाने के कारण हुआ. बताया जाता है कि अचानक तबियत खराब होने पर उन्हें एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया जहाँ उन्होंने अंतिम सांस ली. 5 जनवरी 1991 को जन्मे रोहित परमार मधेपुरा जिले के बिहारीगंज प्रखंड के मोहनपुर गाँव के मूल निवासी थे. भूतपूर्व मुखिया स्वर्गीय राजेश कुमार सिंह के पुत्र थे.
चार बहन और दो भाइयों के परिवार में वे सबसे छोटे थे. वे मधेपुरा के गतिविधियों पर भी लगातार नजर रखते थे और यहाँ के युवाओं में भी खासे लोकप्रिय थे. उनके निधन पर सोशल मीडिया और उनके जानने वालों के द्वारा गहरी संवेदना व्यक्त की जा रही है.
(रिपोर्ट:- ईमेल)