मुरलीगंज: भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को भीषण महंगाई भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रखंड सह अंचल कार्यालय में जोड़दार धरना प्रदर्शन किया. धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता भाकपा अंचल मंत्री अनिल भारती ने किया. इससे पूर्व भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने मुरलीगंज रेलवे स्टेशन परिसर से झंडा बैनर एवं परंपरागत हथियार से लैस होकर ढोल नगाड़े एवं डिगा बजाते प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने केंद्र व राज्य सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी भी की.
इस दौरान संबोधित करते हुए भाकपा राष्ट्रीय परिषद सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि कोरोना महामारी के इस भयानक काल में डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस, सरसों तेल सहित अन्य आवश्यक सामानों की लगातार बढ़ती कीमतें, गरीबी उन्मूलन एवं विकास योजनाओं में व्याप्त लूट, आदिवासियों एवं दलितों पर हो रहे अत्याचार से लोगों का जीना दूभर हो गया है. आजादी के 74 वर्ष बाद भी कमजोर वर्गों पर दमन बदस्तूर जारी हैै. सिंगयान पंचायत के रानीपट्टी गांव में दर्जनों आदिवासी अपने खतियानी जमीन से उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद भी बेदखल हैंं.
वही जोरगामा के सीलिंग से फाजिल जमीन पर पर्चा धारियों का दखल नहीं है. इसके अलावे विभिन्न जन समस्याओं से आम लोग त्रस्त है. परंतु केंद्र व राज्य सरकार जाति और धर्म की राजनीति करने में मस्त है. बिहार में भ्रष्टाचार बना शिष्टाचार, अपराध बना उद्योग, सरकार जनता का सुधि ले, नहीं तो सिंहासन खाली करे. भाकपा जिला मंत्री विद्याधर मुखिया व भाकपा अंचल मंत्री अनिल भारती ने कहा कि मोदी है तो मुमकिन है. अच्छे दिन तो नहीं आए परंतु सबसे बुरे दिन जरूर आ गए है. यह दमनकारी सरकार है.
उन्होंने कहा कि यहां मनरेगा एवं आपूर्ति विभाग में कमीशन खोरी व्याप्त है. भाकपा नेता ने शिक्षा और चिकित्सा को दुरुस्त करने एवं किसानों से समर्थन मूल्य पर मक्का खरीदने की मांग की. किसान सभा के राज्य सचिव रमण कुमार ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार किसान मजदूर विरोधी है , नीचे से उपर तक का पदाधिकारी कमीशन खोर है, मुरलीगंज में किसानों को फसल क्षति मुआवजा क्यों नहीं मिला कृषि पदाधिकारी जवाब दे? उन्होंने वृंदावन में दलितों पर हुए अत्याचार की उच्च स्तरीय जांच कराने एवं जमीन का विवाद का प्रशासनिक स्तर पर समाधान करने की मांग किया.
पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल अंचलाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी से मिलकर अपने 11 सूत्री मांगों का स्मार पत्र सौंपा. मौके पर पार्टी के मजदूर नेता उमेश हेंब्रम परमानंद साह चारणी हेंब्रम, सुधीर चौधरी, रामसुंदर यादव, वीर सिंह टूडू, रीतलाल टूडू, जगदीश मिर्धा, शिवचरण मुर्मू, जगदीश ऋषि देव, मोहम्मद कासिम, आलोक कुमार, सोनू कुमार, राजेश कुमार सहित बड़ी संख्या में भाकपा कार्यकर्ता व समर्थक शामिल थे.
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