डेस्क: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में एक बार फिर बिहारी छात्र-छात्राओं ने परचम लहराया है. सोमवार को जारी रिजल्ट में मधेपुरा के बिहारीगंज की अंकिता अग्रवाल ने देश में दूसरा स्थान पाया है. पिछले साल यूपीएससी टॉपर बिहार के शुभम थे. वर्षों पहले उनके माता पिता व्यवसाय के क्रम में कोलकाता शिफ्ट हो गए. अंकिता का बचपन बिहारीगंज गुदरी बाजार, पंचमुखी हनुमान मंदिर के सामने बीता है. प्रारंभिक शिक्षा बिहारीगंज के मॉडर्न पब्लिक स्कूल में हुई है. अंकिता के दादा मालीराम अग्रवाल और पिता मनोहर अग्रवाल का बिहारीगंज में हार्डवेयर का व्यवसाय था. बिहारीगंज के व्यवसाय को अपने रिश्तेदार (बहनोई) को सुपुर्द कर मनोहर अग्रवाल कोलकाता शिफ्ट कर गये.बातचीत के क्रम में अंकिता अग्रवाल ने बताया कि इंटर तक की पढ़ाई उसने दिल्ली पब्लिक स्कूल कोलकाता से की थी. इंटर में उसे 97.5% अंक आया था. इसके बाद वह आगे की पढ़ाई करने दिल्ली चली गई. वहां के सेंट स्टीफन काॅलेज में आगे की पढ़ाई की. वहीं रहकर उसने यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी. अंकिता ने अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपने पिता मनोहर अग्रवाल तथा माता किरण अग्रवाल तथा अपने पूरे परिवार को दिया. उन्होंने अपने संदेश में कहा कि डेडीकेशन और कठिन परिश्रम से सफलता मिलती है. इसलिए हौसला नहीं खोना चाहिए.
अंकिता के पिता मनोहर अग्रवाल ने बताया कि अंकिता बचपन से मेधावी थी. उसे पढ़ने की पूरी स्वतंत्रता दी गई. उन्होंने कोई भेदभाव नहीं किया. पहले वह इंजीनियरिंग की ओर मुखातिब थी. बाद में वह स्वयं सिविल सेवा की ओर मुड़ गई और आज सफलता प्राप्त की. उसका छोटा भाई आयुष अग्रवाल टाटा में एमबीए फाइनल ईयर में है. गौरतलब हो कि अंकिता के दादा बिहारीगंज के स्थाई निवासी है. यहीं पर रहकर वे अपना व्यवसाय करते थे. बाद में बच्चे कोलकाता में व्यापार करने लगे तो सभी वहीं शिफ्ट हो गए. इतनी बड़ी सफलता पर बिहारीगंज के व्यवसायियों ने भी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अंकिता को आशीष दिया है.
(रिपोर्ट:- सुनीत साना)
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