मधेपुरा: एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रतिनिधि व अपने समय के चर्चित छात्र नेता प्रभात कुमार मिस्टर के हृदय गति रुकने के कारण असमय मृत्यु पर छात्र राजनीति के साथी एआईएसएफ नेता हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने गहरा शोक व्यक्त किया है. अपने शोक सन्देश में राठौर ने कहा कि छात्र राजनीति में जिन चन्द लोगों से जुड़ा और प्रभावित भी रहा उसमें से एक रहे प्रभात कुमार मिस्टर. छात्र संगठन एनएसयूआई की निचली कमिटी से राष्ट्रीय टीम तक का सफर उन्होने तय किया. बीएनएमयू व जिला प्रशासन के खिलाफ अनगिनत आंदोलनों में एक साथ काम करने का अवसर मिला.
छात्र राजनीति के इतर भी स्थानीय समस्याओं पर चिंता व समाधान की पहल पर चर्चा को मूर्त रूप देने में माहिर रहे. छात्र जीवन से ही अपने पैरों पर खड़े होने की उनकी ललक व प्रयास हमेशा दोस्तों के बीच अलग आकर्षण का केंद्र बना देता था. बखूबी याद है शायद ही किसी ने आपको बैठकों व आंदोलनों में मुखर होकर बोलते सुना हो गम्भीर होकर सारी बातों को सुनना मानों आदत सी थी. लेकिन जब हालात बेकाबू होते थे माहौल विषम बन जाते थे तब आपके विकराल व उग्र रूप के साथ नेतृत्वकारी भूमिका देखने को मिलता था जो शायद बहुत से आंदोलनों के मजबूती और सफलता का आधार भी बना.
विशेष कर बीएनएमयू परिसर में किए गए बारह व पन्द्रह दिनों के अनशन में आपकी अग्रिम पंक्ति की भूमिका व रणनीति कभी न भूलने वाले पल हैं. खास कर अपने दोस्तों के किसी बात पर इंकार न करने की आदत बहुत याद आएगी।यकीनन न यह उम्र न वक़्त न दौर आपके जाने का था. जो हुआ बहुत बुरा हुआ. अनगिनत भूले बिसरे यादों के साथ आखिरी सलाम मिस्टर.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
पब्लिसिटी के लिए नहीं पब्लिक के लिए काम करना ही पत्रकारिता है....