मधेपुरा: मुख्यालय डीएसपी अमरकांत चौबे को लेकर वायरल वीडियो मामले में कोसी रेंज के डीआईजी शिवदीप लांडे ने जांच टीम का गठन किया है. जांच टीम की अगुआई सुपौल के एसपी डी अमार्केश करेंगे. टीम में सहरसा के मुख्यालय डीएसपी एजाज हाफिज मणि, मधेपुरा के इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार और महिला थानाध्यक्ष सहरसा प्रेमलता भूपश्री को शामिल किया गया है. टीम को छह बिंदुओं पर जांच कर 36 घंटे में रिपोर्ट देने को कहा गया है. डीआईजी के जारी आदेश में कहा गया है कि कई सोशल मीडिया साइट एवं समाचार पत्रों के माध्यम से मधेपुरा के मुख्यालय डीएसपी अमर कांत चौबे के संबंध में कॉल गर्ल संबंधित समाचार का प्रकाशित किया गया है.
जिसमें पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय मधेपुरा के पास पुलिस अधीक्षक मधेपुरा का मोबाइल चोरी होना तथा उसे कॉल गर्ल के पास से बरामद होने का उल्लेख करते हुए पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय मधेपुरा पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं. आदेश में कहा गया है कि इस प्रकार की घटना से पुलिस की छवि धूमिल हुई है. इस घटना की संपूर्ण जांच हेतु पुलिस अधीक्षक सुपौल के नेतृत्व में चार सदस्य जांच दल का गठन किया जाता है. इस जांच कमिटी का गठन पुलिस मुख्यालय के आदेश पर किया गया है. टीम को जांच के लिए छह बिंदु दिए गए हैं. इसमें एसपी का मोबाइल चोरी होने को लेकर डीएसपी और एसपी के बयान, मोबाइल एवं मोबाइल सिम के संबंध में तथ्यात्मक जांच की बात कही गई है.
साथ ही वायरल वीडियो में देख रही महिला के संबंध में विस्तृत जांच करने, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय मधेपुरा के पास उसका किस प्रकार आना जाना होता है, महिला द्वारा बताए जा रहे बातों को किसके द्वारा और कहां रिकॉर्ड किया गया, इस संबंध में विस्तृत जांच करने को कहा गया है. घटना के संबंध में महिला का वीडियो बनाए जाने वाले पुलिस पदाधिकारी एवं कर्मी को चिन्हित करें तथा पता करें किसके आदेश पर उनके द्वारा यह वीडियो बनाया गया. इस बात की भी जांच की जानी है. इस प्रकरण के जांच के क्रम में दोषी पाए जाने वाले के विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई भी करने को कहा गया है.
(रिपोर्ट:- सुनीत साना)
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