एक तरफ हाई कोर्ट और शिक्षा विभाग की सख्ती दूसरी ओर बीएनएमयू की मनमानी दुखद - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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1 सितंबर 2022

एक तरफ हाई कोर्ट और शिक्षा विभाग की सख्ती दूसरी ओर बीएनएमयू की मनमानी दुखद

मधेपुरा: लंबे संघर्ष व मांग के बाद जारी पीजी एडमिशन की मेरिट लिस्ट में विभिन्न स्तरों पर खामियां उजागर होते ही वेबसाइट से हटाने व दूसरी तरफ सितम्बर माह शुरू हो जाने के बाद भी स्नातक प्रथम खंड में नामांकन की मेरिट लिस्ट जारी नहीं होने पर वाम छात्र संगठन एआईएसएफ ने कड़ी नाराजगी जताई है. संगठन के बीएनएमयू प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि एक तरफ हाई कोर्ट और शिक्षा विभाग सत्र विलंब को लेकर लगातार हो रही फजीहत से उब कर नियमित सत्र के लिए काफी सख्ती बरत रहा है दूसरी तरफ बीएनएमयू की यह हरकत छात्रों के भविष्य को बर्बाद करने जैसा है. 

राठौर ने सवालिया लहजे में कहा कि काफी लंबा समय लेकर लगातार मांग के बाद पीजी नामांकन की पहली मेरिट लिस्ट जारी की गई लेकिन ऐसी क्या मजबूरी रही कि उसे तुरन्त वेबसाइट से हटा दिया गया. पैट 20 की जारी सूची को भी लगातार शिकायत के बाद हटा दिया गया था. वाम छात्र नेता राठौर ने कहा कि विश्वविद्यालय जैसे बड़े संस्थान में इस तरह की घटना शर्मनाक है. वहीं दूसरी ओर बिहार बोर्ड के समय पर परीक्षा व परिणाम के बाद भी स्नातक प्रथम खंड में नामांकन की मेरिट लिस्ट जारी नहीं करना छात्रों के भविष्य के प्रति विश्वविद्यालय के गम्भीर नहीं होने को दर्शाता है. 

राठौर ने मांग किया है कि विश्वविद्यालय अविलंब हर प्रकार से दुरुस्त पीजी नामांकन की मेरिट लिस्ट जारी करे साथ ही स्नातक प्रथम खंड में नामांकन की मेरिट लिस्ट को भी जल्द से जल्द जारी करे क्योंकि दोनों में विलंब जानबूझकर सेशन लेट के लिए आमंत्रण प्रतीत होता है. 
(रिपोर्ट:- ईमेल) 
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