मधेपुरा: जदयू शिक्षा प्रकोष्ठ बिहार के प्रदेश महासचिव प्रो. अभिषेक कुशवाहा ने बिहार में चल रहे नगर निकायों के चुनाव में अतिपिछड़ा आरक्षण को रद्द करने एवं तत्काल चुनाव रोकने का उच्च न्यायालय के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. यह उनके हक के साथ बहुत बड़ी नाइंसाफी है. अतिपिछड़ो के लिए आरक्षित सीटे उसको अनारक्षित सीट बनाकर चुनाव कराना कहा तक सही है. ऐसा निर्णय केन्द्र सरकार और भाजपा की गहरी साज़िश का परिणाम है. अगर केंद्र की सरकार ने समय पर जातीय जनगणना करावाकर आवश्यक संवैधानिक औपचारिकताएं पूरी कर ली होती तो आज ऐसी स्थिति नहीं आती. कॉलेजियम आजाद भारत का काला धब्बा है यह एक बार फिर साबित हो गया, इसके माध्यम से पिछड़ों अतिपिछड़ों के हको को कुचला जा रहा है कोई भी कानून को एक कलम से रौंद देता है.
नगर निकाय चुनाव उसका ताजा उदारहरण है. आजाद भारत के पहले नेता उपेन्द्र कुशवाहा हैं जिन्होंने इसके खिलाफ संसद से सड़क तक आवाज उठाए और आज भी इसके खिलाफ मुखड़ होकर बोलते है इसलिए हम लोगों को गर्व होता हैं अपने राजनीतिक गुरु माननीय उपेन्द्र कुशवाहा पर और जब तक माननीय उपेंद्र कुशवाहा रहेंगें बीजेपी की दाल नहीं गलने वाली हैं गलत ब्यान बाजी कर के लोगो को भड़काने की. बहुत जल्द पार्टी द्वारा हाईकोर्ट के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट मे चुनौती दी जायेगी. केन्द्र सरकार और भाजपा के इस साज़िश के खिलाफ जद (यू.) आंदोलन करेगा. शीघ्र ही पार्टी कार्यक्रम की घोषणा करेगी.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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