डॉ. शेखर ने बताया कि वे वर्ष 2015 में डॉ. पूर्णिमा से ए. एन. कालेज, पटना में अपने भाई डॉ. हिमांशु शेखर के साथ मिले थे और पटना में ही कुछ वर्षों बाद बड़े भाई वरिष्ठ पत्रकार डॉ. प्रणय प्रियंवद के साथ अंजनी कुमार सिंह से भी मुलाकात हुई थीं. उनके जेहन में दोनों ही संक्षिप्त मुलाकातों की सुखद स्मृतियां हैं. वे दोनों की सहजता एवं सरलता से प्रभावित हुए थे. उन्होंने बताया कि डॉ. पूर्णिमा से उनकी व्यक्तिगत मुलाकात एवं परिचय का विवरण सीमित है, लेकिन उनके निधन से उनके 'परिवार' को बड़ी क्षति हुई है. मालूम हो कि डॉ. पूर्णिमा ने बांकीपुर बालिका विद्यालय, पटना से इंटरमीडिएट, वीमेंस कॉलेज, पटना से स्नातक और जेएनयू, नई दिल्ली से भूगोल विषय में स्नातकोत्तर एवं पीएचडी की डिग्री प्राप्त की थींं. उन्होंने कॉलेज ऑफ कॉमर्स, पटना और ए. एन. कॉलेज, पटना में भी अध्यापन कार्य किया था.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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