मधेपुरा: मुख्यमंत्री व्यावसायिक पाठ्यक्रम मार्गदर्शन एवं उत्प्रेरण केंद्र का बीएनएमयू में शीघ्र शुभारंभ होगा. इसके लिए कुलपति प्रो. आरकेपी रमण और जिलाधिकारी विजय प्रकाश मीणा से अनुरोध किया जाएगा. इसके लिए केंद्र संचालन समिति की बैठक में निर्णय लिया गया है. बैठक में डीएसडब्ल्यू डॉ. राजकुमार सिंह, कुलानुशासक डॉ. विश्वनाथ विवेका, कुलसचिव डॉ. मिहिर कुमार ठाकुर, जिला कल्याण पदाधिकारी रामकृपाल प्रसाद व उप कुलसचिव (स्थापना) डॉ. सुधांशु शेखर उपस्थित थे. डीएसडब्ल्यू ने बताया कि राज्य सरकार के अंतर्गत संचालित पिछड़ा वर्ग व अतिपिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम की ओर से उच्च शैक्षणिक संस्थानों में शैक्षणिक पदों पर नियुक्ति में पिछड़ा व अत्यंत पिछड़ा वर्ग की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से इस केंद्र की शुरुआत की गई है. इसमें विद्यार्थियों को इनईटी, जीएटीई, जेआरएफ, पीएचडी आदि प्रतियोगी परीक्षाओं में चयनित होने के लिए परीक्षा पूर्व निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा.
कुलानुशासक ने बताया कि केन्द्र में नामांकन हेतु दो सौ से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं. अंक के आधार पर 120 विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा, जिन्हें 60-60 के दो बैच में 6 माह तक प्रशिक्षण दिया जाएगा. उपलब्ध सीटों में से 40 प्रतिशत पिछड़ा वर्ग तथा 60 प्रतिशत अति पिछड़ा वर्ग के लिए होगा. दोनों कोटियों में छात्राओं के लिए 33 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था है. जिला कल्याण पदाधिकारी ने बताया कि बीएनएमयू सहित राज्य सरकार ने छह विश्वविद्यालयों में मुख्यमंत्री व्यावसायिक पाठ्यक्रम मार्गदर्शन एवं उत्प्रेरण केंद्र की स्वीकृति प्रदान की गई है. इसका लाभ पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से भी प्रचार-प्रसार किया जा रहा है. कुलसचिव डॉ. मिहिर कुमार ठाकुर एवं उप कुलसचिव (स्थापना) डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया कि शीघ्र ही केंद्र का उद्घाटन होगा.
(रिपोर्ट:- मनीष कुमार)
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