मधेपुरा: बीएमएमयू परिसर के शिक्षा शास्त्र विभाग के शिक्षकों द्वारा पांच माह से वेतन नहीं मिलने से आर्थिक, मानसिक, पारिवारिक, शैक्षणिक पीड़ा की शिकायत वाली कुलपति को चार सितंबर को लिखे पत्र के सामने आने पर मचा बवाल अभी थमा भी नहीं कि वाम छात्र संगठन एआईएसएफ के राष्ट्रीय परिषद सदस्य हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कुलसचिव द्वारा कुलपति को पत्र लिख मानवता को शर्मसार करने वाले मामले को उजागर किया है. लिखे पत्र में राठौर ने कहा कि उक्त विभाग में ही शिक्षकों द्वारा मां, पत्नी के इलाज तो इलाज मां के मौत पर भी वेतन जारी नहीं करने का नया मामला सामने आया है.
एक शिक्षक द्वारा अप्रैल माह में अपनी पत्नी के हार्ट ऑपरेशन का हवाला दे वेतन की मांग की गई जो पांच माह बाद भी जारी नहीं हुआ किसी तरह बड़ी मुश्किल से पैसों के कारण निर्धारित समय से विलंब में एम्स में ऑपरेशन हुआ. वहीं एक शिक्षिका की मां का इलाज के अभाव में मौत हो गई, मृत्यु की शिकायत के बाद विभागीय स्तर पर वेतन भुगतान नहीं होना दुखद है. और वाम छात्र संगठन एआईएसएफ ने कड़ी नाराजगी जताते हुए इसे अक्षम्य अपराध बताया है साथ ही उस पत्र का हवाला देते हुए संगठन के राष्ट्रीय परिषद सदस्य हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा शिक्षकों के आर्थिक एवम् मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए कुलपति से पदाधिकारियों के कुंठित मानसिकता पर संज्ञान लेने की मांग की हैै.

लिखे पत्र में छात्र नेता राठौर ने कहा है कि यह कैसी विडम्बना है कि एक ओर पूरा देश शिक्षा व्यवस्था एवम् शिक्षकों के सम्मान की वकालत कर कर रहा है दूसरी ओर बीएनएमयू मे कुलपति कार्यालय से महज सौ मीटर की दूरी पर अवस्थित शिक्षा शास्त्र विभाग में बीएड एवम् एम एड के शिक्षकों का समूह पांच माह से वेतन के लिए याचना कर रहा है अंत में पांच माह बाद भी वेतन नहीं मिलने के बाद थक हार कर आंदोलन की चेतावनी तक दे दी जो निसंदेह उनके सब्र के बांध टूटने का सूचक है.
स्वपोषित विभाग में बेवजह वेतन रोकने का नहीं रहा इतिहास, मंगलवार से होगा आंदोलन
लिखे पत्र में राठौर ने बीएनएमयू की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा है कि शिक्षा शास्त्र विभाग स्वपोषित विभाग है जिसमें वेतन सहित अन्य खर्च की राशि पहले ही जमा रहती है उसके बाद भी स्थापना काल से कभी भी समय पर वेतन नहीं मिलाा. राठौर ने यह भी कहा कि विश्वस्त सूत्रों की मानें तो बीएनएमयू मुख्यालय के शिक्षा शास्त्र विभाग में कभी भी समय पर वेतन नहीं मिलता हर बार शिक्षकों को वेतन के लिए संघर्ष करना पड़ता है जो दुखद है. जब कुलपति के कान के नीचे स्थित स्वपोषित विभाग में पांच माह से शिक्षकों का वेतन नहीं मिल सकता तो फिर अन्य स्तरों पर की व्यवस्था को समझा जा सकता हैै. राठौर ने बताया कि इस संबंध में सोमवार तक कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई जिसपर एआईएसएफ ने शिक्षकों के सम्मान में मंगलवार से विरोध प्रदर्शन का निर्णय लिया है.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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