बीएनएमयू मानविकी के पूर्व संकायाध्यक्ष मूर्धन्य विद्वान डॉ. ललितेश मिश्र नहीं रहे - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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4 सितंबर 2023

बीएनएमयू मानविकी के पूर्व संकायाध्यक्ष मूर्धन्य विद्वान डॉ. ललितेश मिश्र नहीं रहे

मधेपुरा: बीएन मंडल विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर अंग्रेजी विभागाध्यक्ष मानविकी के संकायाध्यक्ष एवं छात्र कल्याण के अध्यक्ष रह चुके अंग्रेजी, हिंदी एवं मैथिली के मूर्धन्य विद्वान डॉ.ललितेश मिश्र का दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल में इलाज के क्रम में 31 अगस्त की शाम 6:00 बजे अचानक हृदय गति रुकने के कारण मृत्यु हो गई. यह जानकारी मिलते ही कोसी अंचल के शिक्षण संस्थानों सहित बीएनएमयू के महाविद्यालय के शिक्षकों में शोक की लहर दौड़ गई. कौशिकी क्षेत्र हिंदी साहित्य सम्मेलन से डॉ.ललितेश मिश्र के निरंतर जुड़े रहने के कारण टीएमबीयू के पूर्व प्रति कुलपति व अध्यक्ष डॉ.केके मंडल एवं सम्मेलन के सचिव डॉ. भूपेंद्र नारायण यादव मधेपुरी सहित सदस्य विदुषी डॉ. शांति यादव, हास्य फर्जी कवि प्रो.(डॉ.) अरुण कुमार, प्रो. मणि भूषण वर्मा, पूर्व कुलसचिव प्रोफेसर सचिंद्र, मानविकी के डीन डॉ.विनय कुमार चौधरी, कुलानुशासक व कवि डॉ. विश्वनाथ विवेका, जन लेखक संघ के राष्ट्रीय महासचिव महेंद्र नारायण पंकज, गजलकार सियाराम यादव मयंक, डॉ. आलोक कुमार आदि ने डॉ. मिश्र को भावभीनी श्रद्धांजलि निवेदित की. 


सम्मेलन के सचिव डॉ. भूपेन्द्र मधेपुरी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ. ललितेश बाबू हिंदुस्तान टाइम्स एवं द टेलीग्राफ के मान्यता प्राप्त संवाददाता के साथ-साथ लेखक भी रहे हैं. चांगुर एवं कोसी महोत्सव पत्रिका का संपादन भी बखूबी करते रहे हैं. सेंट्रल इंस्टीट्यूट आफ इंडियन लैंग्वेजेज के स्टाइल मैन्युअल तैयार करने हेतु सदस्य के रूप में भी कार्यरत रह चुके हैं. डॉ. मधेपुरी ने यह भी कहा कि योग्य पिता डॉ. बलदेव मिश्र के विद्वान पुत्र डॉ.ललितेश मिश्र ने 30 अगस्त की शाम में सहरसा के अपने मित्र डॉ. विनय कुमार चौधरी से दूरभाष पर बातें की कि दो-चार दिनों में सहरसा आ रहा हूं क्योंकि कुछ पुस्तकों का अनुवाद करना शेष रह गया है.

(रिपोर्ट:- ईमेल)

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