मधेपुरा: छात्रहितों के विभिन्न मुद्दों को लेकर बीएनएमयू के माननीय कुलपति से मिलकर विश्वविद्यालय अध्यक्ष आइसा अरमान अली के नेतृत्व में गहन वार्ता हुई एवं 5 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया. जिसमें बीएनएमयू में गरीब एवं मेधावी शोधार्थियों के लिए स्कॉलरशिप की शुरूआत किया जाए. बीएनएमयू में छात्रों के समस्याओं का ऑन स्पॉट समाधान हेतु "छात्र दरबार" का आयोजन किया जाए. एम.एड एंट्रेंस टेस्ट (MET- 2022) का परीक्षा परिणाम अभिलंब जारी किया जाए। स्नातकोत्तर (सत्र- 2021-23) तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा तिथि अभिलंब जारी किया जाए. स्नातक (सत्र- 2020-23) तृतीय खंड का परीक्षा परिणाम अभिलंब जारी किया जाए.
राष्ट्रीय परिषद सदस्य सह आइसा विश्वविद्यालय अध्यक्ष अरमान अली ने कहा बीएनएमयू के सभी अधिकारी सिर्फ अपने पद की खानापूर्ति ना करें, छात्रों के लिए तत्पर रहें एवं हमेशा छात्रहित में सकारात्मक निर्णय ले. बीएनएमयू में गरीब एवं मेघावी शोधार्थियों को स्कॉलरशिप मिलने से गरीब, शोषित, वंचित समाज सभी का उत्थान होगा एवं बीएनएमयू में हर 15 दिन पर छात्र दरबार का आयोजन करने से छात्रों के कई लंबित मामले सुलझाए जा सकते हैं. साथ ही अध्यक्ष अरमान अली ने कहा विगत कुछ महीनों से बीएनएमयू प्रशासन राजनीतिक दबाव में सभी फैसले ले रही है जो अति निंदनीय है. बीएनएमयू प्रशासन नियम-अधिनियम के तहत सभी फैसले ले एवं छात्रहित में काम करें अन्यथा छात्र संगठन आइसा बीएनएमयू में आर-पार की लड़ाई लड़ेगी एवं बीएनएमयू में चरणबद्ध आंदोलन करेगी.
मीडिया प्रभारी राजकिशोर राज ने कहा विश्वविद्यालय के कुछ भ्रष्ट पदाधिकारीयों का छात्रों के प्रति उदासीन रवैया है जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मौके पर आइसा नेता राजकिशोर राज, मो. सोनू, आशीष कुमार, जाहिद आलम, पिंटू कुमार आदि सभी मौजूद थे.
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