2015 से ऐसे आदेश निकाल बीएनएमयू छात्रों का करोड़ो रुपए पचा गया
छात्र नेता राठौर ने कहा कि 2015 से बीएनएमयू यही लुकाछिपी का खेल खेलकर छात्रों का करोड़ों रुपया पचा गया. निशुल्क शिक्षा में शुल्क लेने की शिकायत पर अगर एक बार भी दोषियों पर कारवाई सख्ती से हो तो दुबारा कोई ऐसी हरकत नहीं करेगा. लेकिन हर बार नया आदेश निकाल ऐसा न करने की बात कह दी जाती है. राठौर ने शंका व्यक्त किया कि कहीं ऐसा तो नहीं कि इस तरह की कमाई में बड़े पदाधिकारियों को भी शेयर जाता है. राठौर ने साफ शब्दों में कहा कि बीएनएमयू ऐसा फरमान निकालने की औपचारिकता निभाने के बजाय दोषियों पर कार्रवाई की गारंटी करे साथ ही एडमिशन के नाम पर लिए गए फीस को तुरंत वापस भी करे क्योंकि हर बार कॉलेज अथवा पीजी विभाग यह गलती दोहराते हैं और एडमिशन के नाम पर लिए फीस का गोलमाल कर जाते है और वो वापस नहीं हो पाता है. वहीं राठौर ने यह भी मांग किया कि राजभवन द्वारा अगर कोई समान शुल्क निर्धारित किया गया है तो उसे सार्वजनिक किया जाए जिसकी जानकारी सबको हो जिससे इसमें भी गोलमाल की संभावना न उत्पन हो जाए. वहीं राठौर ने साफ किया कि एक से दो दिनों में अगर फीस वापसी और समान फीस के सार्वजनिक की गारंटी न हुई तो संगठन आंदोलन की ओर बढ़ेगा.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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