प्रदेश संयुक्त सचिव राजेश झा ने कहा कि हमें अपने आम जिंदगी में जागरूक होना होगा स्वच्छता को लेकर. उन्होंने संगठन के बारे में बताते हुए कहा कि आज के समय में जहाँ चारों ओर भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी, लूट, कत्ल, अपराध भारी संख्या में हो रहे हैं और पुलिस तथा हमारा प्रशासकीय तंत्र यह सब जानते हुए भी अंधा और मूक बना हुआ है. वहीं अपराधों से त्रस्त, परेशान, दुःखी भारत का स्वतंत्र नागरिक भारत के कानूनों में अपनी सुरक्षा की तलाश कर रहा है लेकिन अनपढ़ और अज्ञानता के कारण वह कोई हल नहीं ढूँढ पाता है और ताउम्र चनों में घुन की तरह पिसता रहता है और हमारा सुसुक्त प्रशासन अपराधों से त्रस्त नागरिकों को कोई सहारा नहीं दे पाता है. पुलिस प्रशासन के पास जाते हुए एक आम नागरिक को भय लगता है कि कहीं वह किसी और पचड़े में न पड़ जाये. इन्हीं सब कारणों से इस संगठन का निर्माण हुआ ताकि लोगों को जहां जरूरत पड़े वहां उनकी मदद करने 24 घंटे संगठन के लोग हमेशा तत्पर हैं.
उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण का महत्व इतना स्पष्ट है तब भी कुछ ही मुट्ठी भर लोग हैं जो वास्तव में इस गतिविधि में शामिल होने का प्रण लेते हैं. बाकी अपने जीवन में इतने तल्लीन हो चुके हैं कि वे यह नहीं समझते कि बिना पर्याप्त पेड़ों के हम लंबे समय तक जीवित नहीं रह पाएंगे. यह सही समय है जब हमें वृक्षारोपण के महत्व को पहचानना चाहिए और उसकी ओर अपना योगदान देना चाहिए. विधि सचिव कौशल किशोर सिन्हा ने कहा की हमें महीने में कम से कम एक पेड़ लगाना चाहिए और उसकी देखभाल करनी चाहिए यह हमारा दायित्व बनता है. एक स्वस्थ वातावरण और सुरक्षित जीवन के लिए वृक्षारोपण करना आवश्यक है. वृक्षारोपण से पौधों की संख्या बढ़ेगी हमारी प्रकृति हरी-भरी होगी. वनों में रहने वाले जीवो को बचाए रखने के लिए वन संरक्षण करना जरूरी है. वनों को बचाने से हमारा पर्यावरण सुरक्षित रहेगा एवं हमारा भी जीवन सुरक्षित रहेगा.वहीं वृक्षारोपण के उपरांत एक बैठक कर धरणीधर सिंह को प्रमंडलीय विधि सचिव एवं सकेश राणा को प्रमंडलीय मीडिया सचिव का अतिरिक्त पदभार दिया गया. मौके पर विधि सचिव धरणीधर सिंह, जिला संगठन सचिव रोशन कुमार सिंह, जिला संयुक्त सचिव डॉ हिमांशु कुमार, मीडिया सचिव बंटी सिंह, सुकेश राणा, ऋषिराज सिंह, कार्यक्रम सचिव रनिंग कुमार सहित राष्ट्रीय मानवाधिकार सर्वेक्षण से जुड़े सभी पदाधिकारी एवं सदस्यगण के साथ-साथ विद्यालय के शिक्षक एवं छात्र मौजूद रहे.
(रिपोर्ट:- सुनीत साना)
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