मधेपुरा: राज्य में भीषण गर्मी व भयंकर लू का कहर जारी है. इसकी चपेट में आने से स्कूली छात्र-छात्राओं व आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों के स्वास्थ्य बिगड़ रहे हैं. इसे गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी बच्चों को बड़ी राहत दी है. मुख्यमंत्री ने तत्काल प्रभाव से राज्य के सभी सरकारी व निजी विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों तथा कोचिंग संस्थानों को 30 मई से 8 जून तक बंद करने का आदेश मुख्य सचिव दिया और आपदा प्रबंधन समूह की बैठकर बचाव के अन्य उपाय सुनिश्चित करने को भी कहा. मुख्यमंत्री के आदेश मिलते ही मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन समूह की बैठक हुई. इसमें लिये गए निर्णय के आलोक में मुख्य सचिव की ओर से शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव तथा समाज कल्याण विभाग के प्रधान सचिव समेत सभी प्रमंडलीय आयुक्तों एवं जिलाधिकारियों को सभी विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र एवं कोचिंग संस्थान को तत्काल प्रभाव से बंद करने का निर्देश जारी किया गया, ताकि, भीषण गर्मी के प्रकोप से बच्चों को बचाया जा सके.
इससे पहले, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भीषण गर्मी और भयंकर लू की आपदाजनक स्थिति को देखते हुए मुख्य सचिव को स्कूलों को बंद करने हेतु समूचित कार्रवाई करने का आदेश दिया. उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देश देते हुए कहा कि आवश्यकतानुसार वर्तमान स्थिति को देखते हुए स्कूलों को बंद करने के संबंध में समुचित कार्रवाई सुनिश्चित करें ताकि स्कूली बच्चों का स्वास्थ्य प्रभावित न हो. आपदा प्रबंधन समूह (क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप) की बैठक आयोजित कर वर्तमान परिप्रेक्ष्य में भीषण गर्मी व लू से बचाव संबंधी अन्य आवश्यक कार्रवाई भी सुनिश्चित करें. मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा की अध्यक्षता में आयोजित आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में सभी जिलों में भीषण गर्मी व लू से बचाव करने के उपाय सुनिश्चित कराने का निर्णय लिया गया. बैठक के बाद मुख्य सचिव ने संबंधित विभागों के आला अफसरों के साथ-साथ प्रमंडलीय आयुक्तों व जिलाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश निर्देश किया.
निर्देश के आलोक में जिलाधिकारी विजय प्रकाश मीणा ने पत्र जारी कर कहा कि बीते कुछ दिनों से अप्रत्याशित भीषण गर्मी के साथ लू (हीट वेव) के प्रकोप जिले में भी है. तापमान 46 डिग्री से ज्यादा दर्ज किया जा रहा है. आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के प्रतिनिधि द्वारा यह अनुमान बताया गया है कि ऐसी स्थिति 8 जून तक बने रहने की संभावना है, इसलिए यह निर्णय लिया गया है कि सभी सरकारी एवं निजी विद्यालय (कोचिंग संस्थान सहित) एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में 30 मई से 8 जून तक शिक्षण कार्य बंद किए जाए ताकि भीषण गर्मी के प्रकोप से बच्चों को बचाया जा सके. डीपीआरओ नीतिका ने बताया कि जिला शिक्षा पदाधिकारी, मधेपुरा, अनुमण्डल पदाधिकारी, मधेपुरा उदाकिशुनगंज, अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, मधेपुरा उदाकिशुनगंज, सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, मधेपुरा जिला, सभी अंचल अधिकारी, मधेपुरा जिला, सभी कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद् / नगर पंचायत, मधेपुरा जिला एवं सभी थाना अध्यक्ष ओ०पी० अध्यक्ष मधेपुरा जिला को निदेश दिया जाता है कि इस आदेश का दृढ़तापूर्वक अनुपालन कराना सुनिश्चित करेंगे. इस आदेश का किसी स्तर पर अनुपालन नहीं होने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 की धारा 51 के तहत सख्त कार्रवाई की जायेगी.
(रिपोर्ट:- सुनीत साना)
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