बनाया गया है जिला स्तरीय नोडल महाविद्यालय
कार्यक्रम के संयोजक दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया कि गुरू-शिष्य परम्परा पर कार्यक्रम के आयोजन हेतु राज्यपाल सचिवालय के निदेशानुसार विश्वविद्यालय से प्राप्त पत्र के आलोक में ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय को जिला स्तरीय नोडल महाविद्यालय बनाया गया है. तदनुसार महाविद्यालय में जिले के सभी अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालयों के साथ समन्वय बनाकर कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है.
सभी महाविद्यालयों के प्रधानाचार्य को प्रेषित किया गया है पत्र
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के आयोजन के निमित्त सभी अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालयों के प्रधानाचार्य को पत्र प्रेषित कर दिया गया है. पत्र में अनुरोध किया गया है कि सभी प्रधानाचार्य अपने पांच शिक्षकों एवं 30 विद्यार्थियों से साथ कार्यक्रम में उपस्थिति सुनिश्चित कराएं.
सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति अनिवार्य
प्रधानाचार्य प्रो. कैलाश प्रसाद यादव ने गुरू-शिष्य परम्परा कार्यक्रम में महाविद्यालय में संचालित सभी सामान्य तथा प्रोफेशनल एवं वोकेशनल पाठ्यक्रमों के सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने का निदेश दिया है. इसके साथ ही इस अवसर पर अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ. मिथिलेश कुमार अरिमर्दन, अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार यादव, दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. सुधांशु शेखर, इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ. स्वर्ण मणि, उर्दू विभागाध्यक्ष डॉ. यासमीन रशीदी, राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. रोहिणी, बीएड विभागाध्यक्ष डॉ. जावेद अहमद, डॉ. आशुतोष झा, डॉ. ललन कुमार यादव, मो. नदीम अहमद अंसारी, डॉ. कुंदन कुमार सिंह, विनीत राज, रानी, सुप्रिया सुमन, डॉ. प्रीति कुमारी, डॉ. सहयार अहमद, डॉ. मनोज कुमार ठाकुर, डॉ. राकेश कुमार, विवेकानंद,अमित कुमार आनंद, अर्जुन शाह, नारायण ठाकुर, राजीव कुमार रंजन, सुशील कुमार गुप्ता, समीर कुमार सुमन, विनोद कुमार, परमानंद प्रसाद बुद्धसेन कुमार, अमित कुमार, मनीष कुमार, अनीश कुमार, टेक नारायण यादव, दिलीप कुमार, सुनील कुमार आदि उपस्थित थे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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