मधेपुरा: रविवार की देर शाम सदर प्रखंड अंतर्गत बेल्हा घाट स्थित उमा संगीत सदन में वेदव्यास जयंती को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया गया. इस दौरान संगीत गुरु पंडित रामस्वरूप प्रसाद यादव ने शिष्य के कलाई में रक्षासूत्र बांधकर आशीर्वाद दिया. मौके पर संस्कृति कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसका उद्घाटन संगीत गुरू पंडित शैलेंद्र नारायण सिंह, पंडित रामस्वरूप प्रसाद यादव, भोला यादव, बाल्मिकी यादव व अनिल मिश्र ने संयुक्त रूप से किया. पंडित रामस्वरूप प्रसाद यादव ने कहा कि भारतीय संस्कृति में गुरु-शिष्य परंपरा प्राचीनकाल से चली आ रही है. यह वह परंपरा है, जिसमें गुरु अपना संपूर्ण ज्ञान शिष्य को प्रदान करने का प्रयत्न करते हैं. यह परंपरा हिंदू, सिख, जैन व बौद्ध, भारत से उपजे सभी धर्मों में समान रूप से पायी जाती है.
भजन संध्या का शुभारंभ संगीत गुरु पंडित शैलेंद्र नारायण सिंह ने द्रुपद गाकर किया. उसके बाद रोशन कुमार व आलोक कुमार ने घंटों भजन व गजल गाकर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर किया. उमा संगीत सदन में संगीत शिक्षा ले रहे छात्र स्वरती, लक्ष्मी, विशाखा, ओमकार, सरगम, अमरजीत, विकाश, प्रकाश, हिमांशी, पूजा, रुद्र, संदीप, रामप्रवाश, मनोज, शलेंद्र व आशीष ने भी विभिन्न राग की प्रस्तुति दी. इन सभी के साथ तबला पर संगत प्रो सनोज कुमार मनोज, मुकेश कुमार, ओम आनंद, प्रो सूरज कुमार, अमृत कुमार व मनोज कुमार ने की. वहीं कार्यक्रम को सफल बनाने में मनोज कुमार, मोहन, प्रो रमेश, विवेक कुमार, आनंद, अभिनव, कल्याण, मुकेश आदि का सराहनीय योगदान रहा.
(रिपोर्ट:- मोहन कुमार)
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