डेस्क: शनिवार को सातवें दिन बिहार ब्लड डोनर्स एसोसिएशन के बैनर तले अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जारी रहा. धरना पर बैठे बिहार के विभिन्न संगठनों से जुड़े रक्तवीरों ने कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा. साथ ही कोई भी रक्तवीर रक्तदान करने नहीं जाएगा. उन्होंने कहा अगर इस बीच रक्त की कमी से किसी भी व्यक्ति की मौत होती है तो उसके जिम्मेदार बिहार सरकार एवं स्वास्थ्य मंत्री होंगे. बता दें कि विगत 14 जून को विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर पटना में आयोजित रक्तदाता सम्मान समारोह में पारदर्शिता नहीं बरते जाने तथा पूर्व निर्धारित मापदंडों का अनुपालन नहीं करने का विरोध अब उग्र रूप लेता जा रहा है.
पूर्व में इसका विरोध करते हुए सूबे के विभिन्न जिलों में रक्तदान के क्षेत्र में कार्य करने वाली विभिन्न संस्थानों ने स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों का आयोजन स्थगित करने का निर्णय लिया था. इसके बाद भी जब उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया. तो रविवार से पूरे बिहार में बिहार ब्लड डोनर्स एसोसिएशन के बैनर तले रक्तदान से जुड़ी संस्थाओं ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है. धरना को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि जब तक उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं होती है. उनका आंदोलन जारी रहेगा. रक्तदान से जुड़ी संस्था शहीद भगत सिंह यूथ ब्रिगेड के संस्थापक सह राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनी कुमार वर्मा ने बताया कि अपनी 21 सूत्री मांगों के समर्थन रविवार से पूरे राज्य में ब्लड डोनर्स एसोसिएशन के बैनर तले रक्तदाताओं द्वारा अनिश्चितकालीन धरना शुरु किया गया है.
उन्होंने कहा कि इससे पूर्व सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, गया नगर विधायक सह सूबे के वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, केंद्रीय मंत्री सह गया के सांसद जीतनराम मांझी सहित अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के अधीक्षक एवं गया के सिविल सर्जन को स्मार-पत्र सौंप कर इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की गई थी. बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. इसके विरोध में अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया गया है. गहरा सकता है रक्त संकट ब्लड डोनर्स एसोसिएशन के द्वारा पूरे राज्य में ब्लड डोनेशन कैम्प के आयोजन को रद्द कर दिए जाने से इसका प्रतिकूल प्रभाव मरीजों पर पड़ता नजर आ रहा है.
गया जिला में ही ब्लड डोनेशन कैम्प के आयोजन नहीं होने से रक्त केंद्रों में रक्त की काफी कमी हो गई है. इसके कारण मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. रक्त की कमी के कारण प्रतिदिन मरीजों के परिजन शहर के चार ब्लड बैंकों में रक्त की जरुरतों को पूरा करने के लिए दौड़ने को मजबूर हैं.
(रिपोर्ट:- सुनीत साना)
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