मधेपुरा: पिठाई निवासी ने सदर थाना में आवेदन देकर घूसकर मारपीट, लूटपाट एवं महिला के छेड़खानी करने का मामला दर्ज कराया. दिए गए आवेदन में उन्होंने बताया कि बीते 24 को शाम 4/5 बजे मधेपुरा थाना कोड सं0- 655/2021 में मेल करने हेतु अजय यादव, संतोष यादव, विजय यादव, छोटेलाल यादव, शंभु यादव, सुरज कुमार, नीरज कुमार, सौरभ कुमार उक्त कांट में मेल करने हेतु कहा. जब मेरे द्वारा करने से मना कर दिया गया तो उपर्युक्त सभी व्यक्तियों ने बुरा अंजाम भुगतने हेतु धमकी दिया. वे सभी 25 के करीब 2 बजे फुलिया देवी, ललिता देवी, गीला देवी, पुनीता देवी, संतोष यादव की पत्नी सहित 2-3 अज्ञात व्यक्ति के साथ हथियार से लैस होकर मेरे दरवाजे पर आकर गाली-गलौज दे रहा था इसपर मेरा पुत्र ज्योतिष कुमार कहने आया तो इसपर छोटेलाल यादव ने गाली देते हुए कहा कि साल सब को पूर्व के केस में मेल करने हेतु कहे नहीं माना आज सभी को जान से मार दो.
इसपर विजय यादव अपने हाथ में लिए लोहे के रड से जान मारने के नियत से ज्योतिष के सर मारा इसे बचाने करण कुमार आया तो उसे शंभू यादव एवं सुरज कुमार ने अपने अपने हाथ में लिए लाठी एवं फट्टा से मारकर घायल कर दिया. हल्ला पर मेरी पत्नी माल देवी आई तो उसे अजय कुमार जान मारने के नियत से अपने हाथ में लिए खन्ती से सर पर प्रहार किया. जिससे आगे का सर फट गया वो पीछे से संतोष कुमार अपने हाथ में लिए फरसा से जान मारने के नियत से प्रहार किया जिससे पीछे का सर फट गया. वो वहीं पर गिर पड़ी. उक्त हल्ला पर मेरी बडी पूतोहू अनिशा देवी बचाने आई तो उसे भी शंभू यादव एवं सुरज कुमार वो नीरज कुमार ने अपने अपने हाथ में लिए लाठी डंडा से मार मारकर अधमरा कर दिया. वो उक्त व्यक्ति ने गंदी नियत मेरी पुतोहु का साड़ी एवं ब्लाउज फाड़ दिया. छोटेलाल यादव ने कहा कि साले सब का गाड़ी सब थकुच दो जो घर में रखा सभी समान लूट लो इसपर सभी ने अपने अपने हाथ में खनती, रड, फरसा वो लाठी फट्टा से मेरा मोटर साईकिल एवं टेम्पु वो ट्रैक्टर को मार मार कर थकुच दिया.
वो घर में रखा ट्रंक एवं बक्सा तोड़ कर जेवरात सोने एवं चांदी का कीमत करीब 4/5 लाख रुपया एवं गाड़ी कि किसती पैसा जमा के लिए रखा रुपया 50,000/- रु० सब मिलाकर ले लिया. जिसका ग्रामीणों द्वारा विडियों बनाया गया है, वो जाते जाते धमकी दिया कि अगर मेल नहीं करोगे या कही भी केस मुकदमा करोगे तो तुम सभी को जान से मार देंगे सभी घायलों के इलाज वास्ते ग्रामीणों के मदद से इलाज वास्ते सदर अस्पताल लाये वहाँ जख्म की गंभीरता को देखते हुए मेडिकल कॉलेज मधेपुरा भेजा गया. जहां पर जख्मी का कोई सुधार होते नहीं देख बेहतर इलाज वास्ते P.M.C.H पटना रेफर कर दिया गया वो मेरी पत्नी अभी भी मौत से जुझ रही है वो जख्मी को पटना में इलाज हेतु ले गये जहां भर्ती कराया गया वो इलाज चल रहा है. इसी वजह से श्रीमान के यहाँ आवेदन देने में देरी हुई है इसके बावजूद उपर नामित व्यक्तियों द्वारा रात्रि में धमकी एवं गाली गलौज कर रहा था एवं मुझे आशंका ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि उपर नामित व्यक्तियों द्वारा पुनः कोई क्रकृत कर सकता है.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
पब्लिसिटी के लिए नहीं पब्लिक के लिए काम करना ही पत्रकारिता है....