प्रधानाचार्य ने कहा कि हमें स्वच्छता को अपनी स्वभाव एवं संस्कार में शामिल करना चाहिए. मात्र एक-दो दिन या एक पखवाड़ा तक नहीं, बल्कि प्रत्येक दिन नियमित रूप से स्वच्छता अभियान चलाया जाना चाहिए. अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ. मिथिलेश कुमार अरिमर्दन ने कहा कि महात्मा गांधी ने देश में स्वतंत्रता संग्राम के साथ-साथ रचनात्मक कार्यक्रम भी चलाया. स्वच्छता अभियान भी उनका एक प्रमुख रचनात्मक कार्यक्रम था शिक्षाशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. जावेद अहमद ने कहा कि मानव जीवन को स्वस्थ रखने के लिए स्वच्छता अनिवार्य है. यदि हमारा शरीर तथा आस-पड़ोस स्वच्छ नहीं रहेगा, तो हम बीमारियों से ग्रस्त हो जाएंगे. दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. सुधांशु शेखर ने कहा कि भारत सरकार द्वारा स्वच्छता को जन अभियान बनाया गया है. इसके अंतर्गत राज्यपाल-सह- कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने सभी विश्वविद्यालयों को स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित करने का निदेश दिया है. इसी निदेश के आलोक में कुलपति प्रो. बी. एस. झा के आदेशानुसार महाविद्यालय में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इस अभियान का बुधवार को समापन होगा.
कार्यक्रम के आयोजन में पूर्व विभागाध्यक्ष अमित कुमार, विनीत राज, डॉ. सुप्रीता कुमारी, डॉ. ललन कुमार, डॉ. कुंदन कुमार सिंह, डॉ. विकास आनंद, डॉ. नदीम अहमद, डॉ. अनीश कुमार, विवेकानंद, सुप्रिया कुमारी, दीपक कुमार आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इन सबों के मार्गदर्शन में सभी विद्यार्थियों ने स्वच्छता से संबंधित पोस्टर तैयार किया. इस अवसर पर शोधार्थी सौरभ कुमार चौहान, संजीत कुमार मुखिया, सुनील कुमार, रौशन कुमार राज, सुशांत कुमार, अविनाश कुमार, नीरज कुमार, श्रवण कुमार, मिठू कुमार सिंह, सतीश कुमार, पवन कुमार, संजीव कुमार सानू , मेघा रानी कुमारी, पूजा कुमारी, प्रीति कुमारी, सोनू कुमार, आभा कुमारी, मुश्रत परवीन, मोनिका कुमारी, कनक प्रिया कुमारी, खुशबू कुमारी, प्रवेश कुमार, सुमन कुमार, शंकर कुमार, नीलू भाई, पवन कुमार आदि उपस्थित थे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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