मधेपुरा: विगत दिनों मधेपुरा में ट्रैफिक पुलिस की दादागिरी की खबरों के लगातार चर्चा में रहने के बाद वाम युवा संगठन एआईवाईएफ जिला अध्यक्ष हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने जिले के एस पी को पत्र लिख संगठन की ओर से इस पर चिंता जताई है और अविलंब इस पर संज्ञान लेने की अपील की है. लिखे पत्र में जिला अध्यक्ष राठौर ने कहा कि विगत कुछ दिनों में ट्रैफिक पुलिस की नकारात्मक कार्यशैली लगातार खबरों में है जो दुखद और जिले के साथ साथ पुलिस प्रशासन के लिए भी सुखद नहीं है. अतिक्रमण हटाने की आड़ में बाइक सवार में अफरातफरी कायम कर चालान काटना, बाइक सवार को बेरहमी से पीटना, गाली गलौज करना, ऑन ड्यूटी एम्बुलेंस का चालान काट देना आदि हालिया उदाहरण है, कई जगह पुलिस अधिकारी द्वारा पत्रकारों से बदसूलकी सर्वाधिक दुखद खबर है. एक ओर जिले में ट्रैफिक व्यवस्था, रूट का दूर दूर तक पता नहीं ऊपर से यह हरकत दुखद ही नहीं बल्कि आक्रोश बढ़ाने वाला है कई दफा बड़ी गाड़ियां दिन में भी मुख्य बाजार घूम जाती है.
डीएम ऑफिस, कोर्ट के सामने नो एंट्री पर खड़ी गाड़ियों की भी कटे चालान
पुलिस के जवानों के सामने डीएम ऑफिस, कोर्ट के सामने नो पार्किंग बोर्ड के नीचे दर्जन भर गाड़ियां लगी रहती हैं सबसे हास्यास्पद तो यह रहता है कि वहां पुलिस जवान खुद फुटपाथ पर बाइक लगाए रहते हैं, नगर परिषद् की गाड़ियां सड़क किनारे ही खुली गाड़ी में कचड़ा उठा सड़क किनारे ही फेंक देती उनपर कारवाई नहीं होती. राठौर ने कहा कि ऐसे दोहरे रवैया से लोगों में लगातार आक्रोश बढ़ता जा रहा है. जिले में पुलिस और आम लोगों के बीच सौहार्दपूर्वक माहौल की परम्परा रही है वहां इस तरह के हालात चिंताजनक हैं. लिखे पत्र में राठौर ने मांग किया है कि आम लोगों के बीच मधेपुरा में जागरूकता चला हेलमेट पहनने, सीट बेल्ट लगाने, आदि नियमों के पालन हेतु प्रेरित करने की पहल और नियम तोड़ने पर फाइन हो लेकिन दादागिरी दर्शा कर नहीं इसकी पहल करें जिससे पुलिस विशेष कर ट्रैफिक पुलिस के प्रति नकारात्मक धारणा और प्रबल न हों. जिला अध्यक्ष राठौर ने उम्मीद जताई कि जल्द ही इसपर अविलंब सकारात्मक होगी अन्यथा संगठन ट्रैफिक पुलिस की मनमानी के खिलाफ सड़क पर उतरेगी.(रिपोर्ट:- ईमेल)
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