एआईवाईएफ जिला अध्यक्ष हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा कि अभी तीन से चार दिन का समय मात्र शेष है और तैयारी की चर्चा तक नहीं है इस संबंध में जिला प्रशासन को अपना रुख स्पष्ट करने की जरूरत है कही ऐसा न हो कि जिला प्रशासन की निष्क्रियता के कारण विगत वर्ष की तरह कैलेंडर और बजट की सूची से ही गायब हो जाए जिसके बाद सिंहेश्वर विधायक के लगातार प्रयास के बाद किसी तरह कैलेंडर में शामिल करा राशि भी प्राप्त हो सकी थी. इस बार भी वर्षों से बन्द स्मारिका प्रकाशन को जहां शुरू नहीं होने की शंका प्रबल हो गई है वहीं आले दर्जे के स्थापित बाहरी कलाकारों को सुगमतापूर्वक बुलाने की संभावना भी कम हो रही है जिस पर जिला प्रशासन को गंभीर होने की जरूरत है.
राठौर ने पिछले साल आयोजित हुए राजकीय गोपाष्टमी महोत्सव में शामिल हुए स्थानीय कलाकारों के टीए डीए का अभी तक भुगतान नहीं करने पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए इसे शर्मनाक कृत्य बताया है साथ ही कलाकारों का अपमान और शोषण तक की संज्ञा दी है और कहा कि जिन स्थानीय कलाकारों के उत्थान के लिए महोत्सव आयोजित किए जाते हैं उनकी ही ऐसी उपेक्षा महोत्सव का दुखद अध्याय है. पत्र के माध्यम से राठौर ने अविलंब भुगतान की मांग की है. इस संबंध में एआईवाईएफ जिला अध्यक्ष राठौर ने सरकार का कलाकारों पर ही 60 प्रतिशत राशि खर्च करने का संकल्प का हवाला देते हुए विगत दिनों लखीसराय में उपमुख्यमंत्री का अपने संबोधन में इसकी चर्चा भी को दर्शाया है.
डीएम को लिखे पत्र में राठौर ने जिला प्रशासन से अविलंब संज्ञान लेते हुए अपने रुख को स्पष्ट करने की मांग करते हुए पूरी तैयारी के साथ प्रचार प्रसार कर मधेपुरा मुख्यालय के साथ स्थानीय कला संस्कृति को जीवंत बनाने वाले सुदूर इलाकों के कलाकारों को भी आसानी से जोड़ने का प्रयास की बात कही है जिससे आयोजन का औचित्य कला संस्कृति का विकास व स्थानीय सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध करने को पूरा किया जा सके. राठौर ने यह भी कहा है कि इस बार भी अन्य दलीलों के सहारे राजकीय गोपाष्टमी महोत्सव को औपचारिकता के भेंट चढ़ने देने के बजाय आयोजन की पहल हो साथ ही 60 प्रतिशत राशि कलाकारों पर खर्च हो और उसमें स्थानीय कलाकारों के मद में राशि बढाई जाए सनद रहे साल 2019 की जिला प्रशासन की बैठक में इसपर सहमति बनी थी और राज्य सरकार से और अधिक बजट की मांग का निर्णय किया गया था. गोपाष्टमी महोत्सव आयोजन और स्थानीय कलाकारों के टीए, डीए भुगतान के संबंध में सकारात्मक पहल की एआईवाईएफ ने उम्मीद जताई है.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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