गठित टीम ने कार्रवाई करते हुए घटना में शामिल आरोपी संजीव कुमार मेहता और उसके पिता अवधेश मेहता को भागीपुर से गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपियों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है. उन्होंने बताया कि घटना में शामिल अन्य बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है. पुलिस के मुताबिक हत्या का कारण जमीन विवाद था. मृतक के दादा सरयुग मेहता ने 11 कट्ठा जमीन रामचंद्र मेहता को लिख दिया था. इस जमीन में हिस्सा को लेकर रामचंद्र मेहता को अपने सगे भाई कैलाश मेहता से विवाद चल रहा था. दो साल पूर्व इसको लेकर गांव के पंचायत बुलाई गई थी. पंचायत के दौरान ही कैलाश मेहता और रामचंद्र मेहता के बीच विवाद हो गया.
कैलाश मेहता के बड़े बेटे नीतीश कुमार ने पंचायत में बैठे लोगों के सामने ही रामचंद्र मेहता के छोटे बेटे सौरभ कुमार की लोहे की रॉड से सिर पर मारकर जख्मी कर दिया था. जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी. इसमें कैलाश मेहता के बेटे नीतीश कुमार को हाल ही में कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. सजा होने से पहले वे लोग केस में मेल-मिलाप का दबाव बना रहे थे. मेल नहीं करने पर उन लोगों ने एक नवंबर की रात रामचंद्र मेहता की गोली मारकर हत्या कर दी.
(रिपोर्ट:- सोनू कुमार)
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