डेस्क: राज्य स्तरीय युवा उत्सव के दूसरे दिन का शुभारंभ गांधी मैदान में स्थित मुख्य मंच से सामूहिक लोक गायन की प्रस्तुति से हुआ. जबकि चार स्थानों पर कल से संबंधित विभिन्न प्रतियोगिता संपादित हुआ. गांधी मैदान स्थित मुख्य मंच में समूह गायन और खेल भवन के द्वितीय तल के कांफ्रेंस हॉल में हस्तशिल्प, टेक्सटाइल और एग्रो प्रोडक्ट पर आधारित प्रतियोगिताएं आयोजित की गयी. वहीं अशोक अकादमी के प्रेक्षागृह में एकल लोक गायन और संग्रहालय प्रेक्षागृह में शास्त्रीय गायन का आयोजन किया गया. दूसरी ओर गांधी मैदान में लगे स्टॉल पर राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. इसमें बिहार के सभी जिलों के प्रतिभागियों ने अपने उत्कृष्ट निर्माणों को प्रस्तुत किया. फिरंगी लाल गुप्ता और रामचंद्र राम की देखरेख में संचालित हस्तशिल्प में 20 प्रतिभागियों ने, टेक्सटाइल में चार और एग्रो प्रोडक्ट में तीन प्रतिभागियों ने भाग लिया.वहीं दूसरी ओर गांधी मैदान में आयोजित स्टॉल पर विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. बक्सर जिला से दो प्रतिभागियों ने विज्ञान प्रदर्शनी में फायर फाइटिंग रोबोट और सुपौल के दो बच्चों ने वूमेन सेफ्टी स्मार्ट शू का प्रदर्शन किया. शेखपुरा से एयर पॉल्यूशन कनवर्टर का प्रदर्शन, मुजफ्फरपुर ने रोड एक्सीडेंट प्रिवेंशन, वैशाली से एग्री हेल्पर, मुंगेर सेव द फार्मर, इंक्रीज द क्रॉप, जमुई से मिनी थ्री डी प्रिंटर, खगड़िया से इथेनोइक सुपर फ्यूल बनाने का मॉडल, अरवल से एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का निर्माण किया गया. गया से बेस्ट स्मार्ट गार्बेज सिस्टम, अरवल से प्लास्टिक फ्यूल का निर्माण, पूर्णिया से एक्सीडेंट डिटेक्शन एन्ड अलर्ट सिस्टम कटिहार से मखाना पापिंग मशीन, मधेपुरा से ट्रैफिक पॉल्यूशन कंट्रोल सिस्टम, सहरसा से लेजर लाइट फील्ड एन्ड होम सिक्योरिटी सिस्टम अररिया से डायनेमिक वायरलेस पावर ट्रांसफर डीडब्ल्यूपीटी फॉर इलेक्ट्रिक व्हीकल, मधुबनी से इलेक्ट्रिसिटी जेनरेटेड थ्रू स्पीड ब्रेकर फ्रॉम स्प्रिंग मेकैनिज्म का प्रदर्शन किया गया और हेल्दी इटिंग ट्रैकर सॉफ्टवेयर का मॉडल, सिवान से रेन डिटेक्टर अलार्म, समस्तीपुर एंटी स्लिप ग्लास, नालंदा फायर फाइटिंग रोबोट का निर्माण प्रस्तुत किया. गवर्नमेंट कॉलेज लखीसराय के बच्चों ने वायरलेस चार्जिंग स्टेशन फोर इलेक्ट्रिक व्हीकल का प्रदर्शन प्रस्तुत किया. शिवहर मल्टीपर्पस क्वाड कॉप्टर, सारण के एलएम जेपीएटी, छपरा के बच्चों ने प्रोजेक्ट एग्री बाजार एप तथा डिजिटल वेडिंग कार्ड का प्रदर्श प्रस्तुत किया. बेगूसराय के सेंटिनल केयर, भोजपुर लाइफ सेवर हेलमेट, बांका स्मार्ट ज़ेबरा क्रॉसिंग विथ स्मार्ट ब्रेकर, कैमूर ऑटोमेटिक होम अप्लायंस कंट्रोल विथ जीएसएम माड्यूल नवादा फुट स्टेप पावर जनरेटर पीजोइलेक्ट्रिक इफेक्ट्स पर अपना प्रोजेक्ट प्रस्तुत किया. सभी गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र इसमें शामिल रहे. इस विज्ञान प्रदर्शनी के निर्णायक मंडल में राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज लखीसराय के प्राचार्य डॉ विमलेश कुमार, पॉलिटेक्निक कॉलेज लखीसराय के प्राचार्य डॉ राजेश कुमार, सहायक प्राध्यापक अभिजीत राज एवं कुमार गौरव सहित प्रतिनियुक्त बीआइआर एसएसी पटना शामिल थे. समूह लोक गायन की प्रस्तुति निर्णायक मंडल में बेगूसराय के संगीत व्याख्याता डॉक्टर मनोहर गोपाल और भारतीय नृत्य कला मंदिर के लोकगीत शिक्षक बिहार कला सम्मान से सम्मानित मनोरंजन ओझा शामिल थे. उद्घोषिका सोमा चक्रवर्ती द्वारा सर्वप्रथम सारे प्रतिभागियों को प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए नियमों से अवगत कराया गया. इसमें बताया गया कि एक दल में संगीत पक्ष सहित अधिकतम 10 प्रतिभागी हो सकते हैं. वहीं गायकी में भारतीय गीत परंपरा के लोकगीतों का गायन किया जाना है. अन्य किसी भी तरह का फिल्मी गीत प्रतिबंधित होगा. किसी तरह के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का उपयोग नहीं किया जायेगा. मंच व्यवस्था के लिए एक प्रतिभागी जिला को पांच मिनट और प्रस्तुति के लिए सात मिनट का समय दिया गया. निर्णायक मंडल द्वारा स्पष्ट कर दिया गया कि प्रस्तुति में गायकी की गुणवत्ता, रूप सज्जा, वेशभूषा, अंग संचालन आदि पर ध्यान दिया जायेगा और गीतों का मिश्रण मान्य नहीं होगा. राज्य भर के युवा सहभागियों और जिले के विभिन्न विद्यालयों से आये बच्चों से भरे पंडाल में बारी बारी से अलग-अलग जिलों की प्रस्तुति हुई. समस्तीपुर जिला से कन्यादान विषय से संबंधित मैथिली गीत की प्रस्तुति की गई. इसके बोल थे गेठिया जुडाई बाबा बैसल मंडपवा, बाबा करे कन्यादान हो. औरंगाबाद जिले से होली लोक गीत ब्रज में बसी है, अरवल जिले से समूह गायन में बीतते फगुनवा चैत चढ़लै गे, जियरा में उठे ले हिलोर ए राजा जी, गया जिला की ओर से झूमर की प्रस्तुति हुई. वैशाली जिला की ओर से आजू जनकपुर में मड़वा, बड़ सुहावन लागे हो, सीता के चढ़े ले हरदीया, बड़ सुहावन लागे हो गीत की प्रस्तुति की गई, सारण जिला से पिया बिन भावे ने भवनवा हो राम चाहे तो महिमा, मधेपुरा जिला से प्रो. रीता कुमारी द्वारा लिखित व निर्देशित किसान आधारित गीत खेलों में झूम रही है बाली को धान की, झमक झमक चलती जो बेटी किसान की प्रस्तुत की गई. जिसके बाद पंडाल में बैठे सभी जिले से आए प्रतिभागियों ने प्रस्तुति देकर तालिया की गरगराहट से मधेपुरा की प्रस्तुति का प्रशंसा किया. पूर्णिया से मोर भंगिया रुसल जाए बौरहवा रुसल जाए गौरी दौडी़ दौडी़ कहिथिन मोर भंगिया रुसल जाए, खगड़िया जिले से लोकगीत की प्रस्तुति की गई वहीं पटना जिला से महेंद्र मिश्रा द्वारा लिखित पूर्वी की प्रस्तुति दी.
आधी आधी रतिया के कुहूके कोयलिया हो राम, जमुई जिले से समूह लोग गीत की प्रस्तुति की गई फिर शिवहर से कोयल बिना बगिया ना बोले राजा लोकगीत, भोजपुर जिले से पारंपरिक संस्कार गीत चुटकी सिंदूरा महंग भले चुनरी पहले अनमोल गीत की प्रस्तुति दी. सभी तरह के प्रतियोगिताओं का परिणाम सोमवार को घोषित किया जायेगा. इसके साथ ही प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र विजेताओं को मोमेंटो एवं शील्ड इत्यादि दिया जायेगा. समापन समारोह में डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा, सूर्यगढ़ा विधायक प्रहलाद यादव, विधान परिषद अजय कुमार सिंह आदि उपस्थित रहेंगे. जिला प्रशासन की पूरी टीम ने अपने-अपने आवंटित कार्यों को सफलतापूर्वक पूर्ण किया. डीएम मिथिलेश मिश्र ने स्वयं मंच से कलाकारों को प्रदर्शन करने हेतु प्रोत्साहित किया. डीडीसी आयुक्त कुंदन कुमार, वरीय उपसमाहर्ता शशि कुमार, राहुल कुमार, शशांक कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी यदुवंश राम, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी विनोद प्रसाद, जिला कला संस्कृति पदाधिकारी मृणाल रंजन इत्यादि ने कार्यक्रम को सफलतापूर्वक पूर्ण कराने में सहयोग किया.
(रिपोर्ट:- सुनीत साना)
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