सीएमई में डॉक्टरों ने दी नयी तकनीक की जानकारी - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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15 मार्च 2016

सीएमई में डॉक्टरों ने दी नयी तकनीक की जानकारी

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन मधेपुरा इकाई द्वारा रविवार को प्रधी यादव अस्पताल के बगल में हृदय और किडनी संबंधित आयोजित सेमिनार में विशेषज्ञ डॉक्टरों ने अपने अनुभव और नयी तकनीक की जानकारी को साझा किया. सीएमई में वरिष्ठ चिकित्सकों ने किडनी और हृदय संबंधी परेशानी को हल्के में नहीं लेने की बात कही. ऐसे रागियों को समुचित इलाज और सावधानियां बरतने की सलाह दी गयी.सीएमई में जीवक हर्ट हाॅस्पीटल पटना के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ अरविंद कुमार ने कहा कि मधेपुरा उनकी जन्मभूमि है. अपनी जन्मभूमि में स्वास्थ्य सेवा बेहतर बने इसके लिए प्रयत्नशील रहते हैं. उन्होंने कहा कि हृदय संबंधी रोग कभी भी किसी भी उम्र में हो सकता है. सीने में दर्द महसूस होने पर अविलंब इसकी प्रारंभिक जांच कराना जरूरी है. इसकी जांच के लिए ईसीजी कराना आवश्यक है. लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि ईसीजी नाॅर्मल रहने पर यह कतई नहीं समझना चाहिए कि ऐसे मरीज को हर्ट अटैक नहीं होगा. सामान्यतह लोग इसे गैस प्राॅब्लेम कह कर इंगनोर करते हैं. जो कि जानलेवा हो सकता है. उन्होंने कहा कि हर्ट अटैक बिना सीने के दर्द का भी हो सकता है. उन्होंने कहा कि 40 वर्ष की उम्र के बाद हर्ट की जांच नियमित रूप से करानी चाहिए. उन्होंने कहा कि अर्ट अटैक के बाद आधे घंटे का टाइम बहुत ही महत्वपूर्ण होता है. ऐसे मरीज अगर दो घंटे के अंदर उचित दवा नहीं लेते हैं तो उन्हें सर्जरी की जरूरत पड सकता है. डॉ कुमार ने कहा कि दवा के साथ-साथ नियमित योग भी करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हृदय रोगी को नियमित और समय पर डायट का सेवन करना चाहिए. अनावश्यक प्रेशर से बचना चाहिए. शरीर के वजन पर ध्यान रखना चाहिए. सीएमई में रूबन हाॅस्पीटल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ विपिन कुमार ने हर्ट फेल्योर पर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने कहा कि नवजात शिशु को बाॅल्व संबंधी परेशानी रहने पर हर्ट फेल्योर हो सकता है. उन्होंने कहा कि इजेक्षन-फ्रेक्षन 40 प्रतिशत से कम होने पर हर्ट फेल्योर हो सकता है. शरीर में 4 लीटर से अधिक पानी जमा हो जाने पर पैर में सूजन और फेफरा में पानी का जमाव होने लगता है शरीर में थकावट, सोने में परेशानी, भूख की कमी आदि लक्षण होने लगता है. ऐसे रोगी को उचित जांच कराकर दवाई लें. रूबन हाॅस्पीटल पटना के किडनी रोग विषेषज्ञ डॉ विजय शंकर ने किडनी रोग के कारण और उसके निदान पर विस्तृत चर्चा की. उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को अनावश्यक दर्द निवारक गोली का सेवन हमेशा नहीं करना चाहिए. किडनी को तंदुरूस्त रखने के लिए पानी का सेवन उचित मात्रा में करना चाहिए. किडनी की परेशानी से आंख में सूजन, पेशाब का नहीं बनना, आंख की निचले भाग में सूजन, चेहरा फूलना इसके बाद पुरे शरीर में सूजन होने लगता है. ऐसा होने पर अविलंब चिकित्सक के पास जाना चाहिए. इससे पूर्व सीएमई का शुभारंभ सीएस डॉ गदाधर पांडेय, डॉ अरविंद कुमार, डॉ विपीन कुमार, डॉ विजय शंकर, डॉ मिथिलेष कुमार, डॉ एके मंडल, डॉ दिलीप कुमार सिंह, डॉ गोपाल शरण सिंह, डॉ जितेंद्र कुमार सिंह, डॉ भूवन कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से किया. अतिथियों का स्वागत जिला सचिव डॉ दिलीप कुमार सिंह ने किया. धन्यवाद ज्ञापन डॉ एसएन यादव ने किया.मौके पर सहरसा के डॉ आईडी सिंह, डॉ अजय सिंह, सहरसा जिला आईएमए अध्यक्ष डॉ जितेंद्र कुमार सिंह, सुपौल के डॉ सीके प्रसाद, डॉ जे लाल, डॉ बी राणा, डॉ नृपेंद्र नारायण सिंह, डॉ अलका सिंह, डॉ नायडू कुमारी, डॉ आरके पप्पू, डॉ रश्मि भारती, डॉ वरूण कुमार, पी प्रियदर्शनी, डॉ एके निरंजन, डॉ सीताराम, डॉ  बीएन भारती, डॉ गोपाल यादव, डॉ गणेश कुमार, सरोज सिंह, डॉ धीरेंद्र कुमार यादव, डॉ अजय कुमार सिंह, डॉ प्रीतम कुमार, डॉ एस स्टीफेन, डॉ पवन कुमार, डॉ अंजनी कुमार, डॉ विपीन कुमार, डॉ संतोष कुमार सहित सहरसा, सुपौल और मधेपुरा के सैकडों डॉक्टर मौजूद थे.
कोसी प्रमंडल आईएमए का हुआ गठन
मधेपुरा में आयोजित सीएमई में कोसी प्रमंडल स्तरीय आईएमए का गठन किया गया. डॉक्टरों ने अपनी मांगों की पूर्ति के लिए प्रमंडल स्तर पर संघ की आवश्यकता है. इसके लिए प्रमंडल स्तर पर कमेटी का गठन किया गया. कमेटी में मधेपुरा के डॉ एसएन यादव को प्रमंडलीय सचिव बनाया गया. जबकि सहरसा के डॉ जगदीश चंद्रा को अध्यक्ष बनाया गया. सहरसा के डॉ एके चैधरी मधेपुरा के डॉ डीके सिंह और  सुपौल के डॉ शांति भूषण को उपाध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया है. सहरसा के डॉ अवनीश कर्ण को कोषाध्यक्ष बनाया गया है. जबकि सहरसा के डॉ विजय शंकर, मधेपुरा के डॉ आलोक कुमार निरंजन और सुपौल के डॉ ओपी अमन कोआॅडिनेटर बनाये गये. संयुक्त सचिव के लिए सहरसा के डॉ रंजेश कुमार सिंह, मधेपुरा के डॉ पीके मधुकर और सुपौल के डॉ अभिषेक का चयन किया गया. उपसचिव के पद पर डॉ राकेश कुमार, डॉ वरूण कुमार, डॉ विनय कुमार, डॉ संजय कुमार मिश्रा का चयन किया गया. संघ का प्रवक्ता सहरसा के सर्जन डॉ गोपाल शरण सिंह बनाये गये. कार्यकारिण्ी सदस्य में डॉ राजेश झा, डॉ शैलेंद्र कुमार, डॉ आरके पप्पू, डॉ अंजनी, डॉ धनश्याम सिंह, डॉ मिहिर वर्मा डॉ अनित चैधरी का चयन किया गया.
(रिपोर्टः मधेपुरा:- संजन सिंह)

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