भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के अधिषद के 16वें अधिवेशन में शनिवार को वर्ष 2016-17 का 9 अरब 3 करोड़ 80 लाख रुपये संभावित खर्च का बजट ध्वनिमत से पारित हो गया. कुलपति डॉ. विनोद कुमार की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय प्रेक्षागृह में आयोजित अधिवेशन में मंच संचालन करते हुए कुलसचिव डा. केपी सिंह ने राज्यपाल सह कुलाधिपति के संदेश को पढ़ा और फिर वन्देमातरम् का गान प्रो. रीता कुमारी द्वारा प्रस्तुत किया गया. अधिवेशन में प्रतिकुलपति ने वर्ष 2016-17 के बजट को रखा जिसे ध्वनिमत से अनुमोदित कर दिया गया. इस बजट में गैर योजनागत व्यय 7705377677 रुपये तथा योजनागत संभावित व्यय 1332643851 रुपये कुल 9038021528 रुपये की संभावित खर्च बताया गया है. जबकि गैर योजनात्गत श्रोत से प्राप्त आय 2233162063 रुपये एवं योजनागत श्रोत से प्राप्त आय 452890942 रुपये कुल 2686053005 रुपये बताये गये हैं. बजट के घाटे के पूरा करने के लिए सरकार से गैर योजनागत मद में 5472215614 रुपये एवं योजनागत मद में 879752909 रुपये कुल 6351968523 रुपये की आशा की गई है. बजट में विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों एवं कर्मियों के लिए 10491899 रुपये, गैर योजनागत व्यय यानि वेतन एवं भत्ते से अलग आकस्मिकताओं के लिए 356662221 रुपये, स्नातकोत्तर विभागों और अंगीभूत कालेजों के वेतनादि मद में 2004401646 रुपये, बकाया एवं पेंशन आदि मद में 96758532 रुपये की जरूरत बताई गई है. इस बार बजट में सूचना एवं संचार टेक्नॉलॉजी के विकास पर बल दिया गया है. विश्वविद्यालय के चहुंमुखी विकास के लिए प्रतिबद्धता और सबके सहयोग की कामना की गई है. अधिवेशन की अध्यक्षता करते हुए कुलपति डॉ. विनोद कुमार ने अब तक प्राप्त विश्वविद्यालयों की उपलब्धियों की चर्चा की. उन्होंने कहा कि विगत दिनों विश्वविद्यालय में कुल 86 परीक्षाएं ले चुकी है और 48 परीक्षाएं प्रक्रियाधीन है. अब छात्रों को 58 जीएसएम की उत्तर पुस्तिकाएं उपलब्ध कराई जा रही है. इसी प्रकार 2010 से ही हम छात्रहित में नन टियरेबुल प्रमाण पत्र और अंकपत्र उपलब्ध करा रहे हैं. ताकि न तो इसका नकल बन सके और न पानी में गल फट सके. उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय अपने 24 वर्ष के इतिहास में पहली बार 29 जून को दीक्षांत समारोह का आयोजन करने जा रही है. उन्होंने विश्वविद्यालय के विभिन्न कालेजों को नैक से प्रमाणीकरण के लिए जारी कार्यक्रमों का विवरण भी दिया. बजट पर एमएलसी डा. संजीव कुमार सिंह, विधायक अनिरूद्ध प्रसाद यादव, पूर्व कुलपति डा. जेकेपी यादव, विधान पार्षद विजय कुमार वर्मा, विधायक डॉ. दिलीप जयसवाल, विधायक राजकिशोर केसरी, विधायक निरज कुमार सिंह बबलू, विधान पार्षद नूतन कुमारी सिंह, पूर्व विधायक लखन ठाकुर, डा. जवाहर झा, दिनेश झा, धनिकलाल मुखिया, डा. नरेश कुमार, कर्मचारी नेता प्रमोद कुमार, आदि ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किये.
(रिपोर्ट- मधेपुरा:- डॉ रंजन कुमार रमण)
(रिपोर्ट- मधेपुरा:- डॉ रंजन कुमार रमण)