गर्मी का कहर बरकरार - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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11 जून 2016

गर्मी का कहर बरकरार

सूरज का तेवर तो कम होने का नाम ही नहीं ले रहा हैं, सुबह से ही गर्मी का एहसास लोगों को होने लगता है और दोपहर तक गर्मी के करण लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो जाता है. तेज धूप और गर्मी के करण लोग घर से निकलना उचित नहीं समझते हैं. जिससे सड़को पर सन्नाटा पसरा रहता है. पारा तो घटने का नाम ही नहीं लेता है. इस तपती गर्मी में कूलर पंखा भी फेल हो जाता है. कूलर और पंखा से भी गर्म हवा निकलती हैं जिससे लोगों को राहत नहीं मिल रही हैं. वहीं शरीर से निकलते पसीने के कारण आपको अतिरिक्त नमी और ठंडक की भी दरकार होगी ही. इसलिए गर्मी आते ही आप अपनी भोजन की दिनचर्या में एकदम परिवर्तन ले आइए. गर्मी में चूँकि अधिक गरिष्ठ या तला-गला खाना आपको नुकसान पहुँचा सकता है अतः आपको संतुलित भोजन की सर्वाधिक आवश्यकता होती है. दिन की शुरुआत कीजिए 1 लीटर पानी या ताजा नींबू पानी से. दिनभर में ढेर सारा पानी अवश्य पिएँ।हमें यह बात हमेशा याद रखनी चाहिए कि प्रकृति ने हर मौसम को एकदम भिन्न बनाया है, लेकिन साथ ही हर मौसम के हिसाब से ढेर सारे फायदेमंद उपहार भी हमें दिए हैं. सर्दी में शरीर को गर्मी पहुँचाने वाली सब्जियाँ, गरिष्ठ खाद्य पदार्थ और फल हैं, तो गर्मी में हल्के-फुल्के खाद्य पदार्थ, ढेर सारे रसीले फल और पेय पदार्थ प्रकृति से हमें मिलते हैं. इनमें तरबूज, ककड़ी, खरबूज, खीरा, बालम ककड़ी, अंगूर, संतरा, नींबू, स्ट्रॉबेरी, नारियल (पानीवाला), सेवफल, आम आदि जैसे फायदेमंद फ्रूट्स शामिल हैं. विशेषज्ञों के अनुसार इन सभी का उपयोग न केवल शरीर में हो रही पानी व नमी की कमी को दूर करता है बल्कि ये शरीर को ठंडक और पोषण भी देते हैं. इनसे मिलने वाले विटामिन्स और खनिज जैसे पोषक तत्व आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में तो इजाफा करते ही हैं साथ ही आपकी स्किन को भी खूबसूरती प्रदान करते हैं. इन्हें आप कच्चा सलाद के रूप में, ज्यूस के रूप में या कुछ चीजों को (जैसी ककड़ी, फूलगोभी, खीरा आदि) पकाकर भी खा सकते हैं. इसके अलावा गर्मी में रॉक साल्ट (खनिज नमक), जीरा, सौंफ व इलायची जैसे मसाले तथा दही, कच्ची केरी का पना, पुदीना, बेल के फल का रस, ठंडाई, चटनियाँ, सत्तू और जलजीरा जैसी चीजें भी शरीर के लिए बेहद अनुकूल होती हैं.
(रिपोर्ट:मधेपुरा:- गरिमा उर्विशा) 

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