जिला मुख्यालय स्थित कॉलेज चौक एनएच 107 पर बुधवार की देर रात हुए पान दुकानदार के हत्या के मामले में सदर थाना मधेपुरा में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी है. हालांकि पुलिस को इस मामले में अभी तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है. जबकि गुरुवार को सड़क जाम कर प्रदर्शन कर रहे लोगों को प्रशासन ने आश्वसत किया था कि 12 घंटे के भीतर आरोपी को गिरफतार कर जेल भेज दिया जायेगा. लेकिन अब तक पुलसिया कार्रवाई सिफर नजर आ रही है. इससे लोगों में पुलिस प्रशासन के खिलाफ आक्रोश फिर से भड़कने लगा है. वहीं सदर थानाध्यक्ष मनीष कुमार ने बताया कि गिरफतारी को लेकर छापेमारी अभियान जारी है. जल्द ही आरोपी पुलिस के गिरफत में होगा. वहीं मुख्य बाजार के कॉलेज चौक एनएच 107 पर हुई इस घटना से लोगों में खौफ पैदा हो गया है. लोगों को खुद की सुरक्षा की चिंता सताने लगी है. मामूली सी बात पर हुई नोकझोक ने हत्या का रूप ले लिया यह किसी को अंदेशा नहीं था. घटना को लेकर शहर में अफरा तफरी का माहौल था. लेकिन प्रशासन इससे अनभिज्ञ बनी रही. हालांकि घंटो बाद पहुंची प्रशासनिक पदाधिकारी ने बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को वहां से खदेड़ दिया. वहीं घटना को लेकर लोगों की नजर पुलिस प्रशासन पर टिकी हुई है. लोगों ने गौतम के हत्यारे को अविलंब गिरफतार करने की मांग की. इस संबंध में मृतक के छोटे भाई सचिन कुमार केसरी ने बताया कि 29 जून को गौतम का मगनी होना था. वह बाजार से मगनी के लिए समान की खरीददारी कर ली थी. मगनी को लेकर घर में खुशी का माहौल था, लेकिन किसी न यह नहीं सोचा था यह खुशी पल भर में गम में बदल जायेगा. हत्या के 48 घंटे बीत जाने के बाद भी आरोपी की गिरफतारी नहीं होने से लोगों में आक्रोश गहराते जा रहा है. उधर, विभिन्न दलों ने इस घटना की तीव्र भर्त्सना की है. भाजपा पंचायती राज मंच के जिलाध्यक्ष आभाष आनंद झा ने कहा कि सूबे में प्रशासन का साख दावं पर लग गया है. राज्य में आम आदमी खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है. सूबे की वर्तमान सरकार विधि व्यवस्था कायम करने में पूरी तरह विफल साबित हुई है. राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की जरूरत है. भाजपा के जिला मंत्री सह प्रवक्ता दिलीप सिंह ने कहा कि यह सरकार लोगों को सुरक्षा देने में असमर्थ है.
(रिपोर्ट: मधेपुरा:-अमित आनंद)