गुरुवार को स्थानीय कॉग्रेस ऑफिस सहरसा में पंचकोसी सांस्कृतिक मंच सहरसा द्वारा कोसी के नाट्य गुरु कहे जाने वाले प्रसिद्ध नाट्य निर्देशक स्व. आर टी राजन की पांचवीं पुण्यतिथि पर कोसी के सभी रंगकर्मियों, सांस्कृतिक कर्मियों, बुद्धिजीवियों ने उनको नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की. पुण्यतिथि के समारोह की शुरुआत में मधेपुरा के रंगकर्मी मिथुन कुमार गुप्ता ने अपनी रचित कविता स्व. राजन की चरणों में समर्पित कर उनको नमन किया. उसके बाद संस्था सचिव अभय कुमार मनोज ने श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आर टी राजन के प्रयास से सहरसा में रंगकर्म का एक नया चेहरा उभर कर सामने आया. उन्होंने बिहार के नाट्य विधा को मजबूत करने में अपना पूरा जीवन बीता दिया. वे जब तक रहे नाट्य विधा के विकास के लिए सोचते रहे. रंगकर्मियों ने कहा कि आर टी राजन ने रंगकर्म का जो बीज बोया उसे संवारने की जिम्मेवारी नई पीढ़ी के रंगकर्मियों पर आ गई है. उसके बाद मौजूद रंगकर्मियों, सांस्कृतिक कर्मियों, बुद्धिजीवियों ने स्व. राजन के साथ बिताए हुए पल एवं उनसे सीखे गुणों को उपस्थित सभी व्यक्तियों से साझा किया. मौके पर पंचकोसी की अध्यक्षा खुशबू कुमारी, रंगकर्मी सुधांशु शेखर, मनोज राजा, स्मित कश्यप, सुमित कुमार, विकास भारती, श्वेता कुमारी, संजीव सिंह, हिमांशु कुमार सिंह, विनीत कुमार, मधेपुरा के रंगकर्मी सुनीत साना, चंदन कुमार, मुकेश मिलन, नंदिनी कुमारी, संतोष मिश्र उपस्थित थे.
(रिपोर्ट:- गरिमा उर्विशा)
(रिपोर्ट:- गरिमा उर्विशा)