सड़क से संसद तक संघर्ष करने को होंगे मजबूर: यदुवंशी - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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3 जनवरी 2018

सड़क से संसद तक संघर्ष करने को होंगे मजबूर: यदुवंशी

मधेपुरा 03/01/2018
कुलपति डॉ. एके राय को भागलपुर विवि में हुए गाड़ी खरीद मामले में फंसाये जाने का मामला जोड़ पकड़ते जा रहा है. इस बाबत विगत मंगलवार को राधाकृष्ण संगम ट्रस्ट एवं येस क्लासेस कोचिंग संस्थान की संयुक्त बैठक राधा-कृष्ण संगम के केंद्रीय कार्यालय, गोशाला परिसर में संपन्न हुई.
          बैठक की अध्यक्षता करते हुए ट्रस्ट के अध्यक्ष पृथ्वीराज यदुवंशी ने कहा कि कुलपति प्रो. डॉ. एके रॉय का अल्प कार्यकाल 25 वर्ष बनाम 6 महीने माना जा सकता है. उन्होंने कहा कि कुलपति ने अपने अल्प अवधि में जिस द्रुत गति से विवि का सर्वांगीण विकास किया वो पूरे देश में एक नया कीर्तिमान है.
                इससे घबराकर भागलपुर विवि एवं बीएनएमयू के कुछ शिक्षा माफिया परेशान होकर एक साजिश के तहत षड्यंत्र कर इन्हें येन केन प्रकारेण फंसाने की में लगे हैं. श्री यदुवंशी ने कहा कि अगर ससमय इस साजिश को नाकाम नहीं किया गया तो ट्रस्ट आमलोगों के साथ मिलकर सड़क से संसद तक संघर्ष करने को मजबूर होगी.
               बैठक में ट्रस्ट के सचिव ड. आरके पप्पू ने कहा कि वर्तमान कुलपति ने मात्र छः महीनों में हीं शैक्षणिक विकास का स्वर्णिम इतिहास रच दिया है. उन्होंने कहा कि कुछ माफिया तत्त्व इस विवि के विकास से घबरा गए हैं.

           डॉ. पप्पू ने कहा कि अगर सरकार या प्रशासन इस झूठे मुकदमे को नहीं हटाती है तो हमलोग लोकतान्त्रिक ढंग से जन आंदोलन चलाने को बाध्य होंगे. बैठक में ट्रस्ट की उपाध्यक्ष डॉ. नायडू कुमारी ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि विवि अधिनियम में प्रति कुलपति को कोई वित्तीय अधिकार ही नहीं है फिर इन्होंने गाड़ी कैसे खरीद ली? ये एक साजिश है तथा मधेपुरा विवि के विकास को अवरुद्ध करने का एक षड्यंत्र है जिसे कदापि बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है.
          मधेपुरा प्रेस क्लब के अध्यक्ष व वरीय अधिवक्ता देव नारायण साह ने कहा कि कुलपति पर मनगढ़ंत मामले थोपकर इन्हें एवं मंडल विवि को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. उन्होंने कहा कि हमारा ट्रस्ट पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग रखता है ताकि दूध का दूध व पानी का पानी जाँच में आ सके.
           मौके पर डॉ. रविरंजन, मनोज कुमार, अमन कुमार, राकेश भारती, डॉ. एन के निराला, रूबी कुमारी, गुड्डू यादव, आशीष यादव, विनोद कुमार, आनद कुमार सहित दर्जनों लोगों ने एक स्वर से कुलपति को फंसाये जाने की निंदा किया.


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