मधेपुरा वार्ड नंबर 1 में स्थित ज्ञान विहार यूनिवर्सल स्कूल के बच्चों के द्वारा 3 जनवरी को भारत की प्रथम शिक्षिका सावित्रीबाई फुले का जन्म दिन मनाया गया.
सावित्री बाई फुले का जन्मदिन बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ बच्चों ने मनाया. बच्चों के द्वारा सर्वप्रथम केक काटकर कार्यक्रम की शुरुआत की गई. इस अवसर पर बच्चों के द्वारा बेटी पढ़ाओ, बेटी पढ़ाओ नाटक का भी मंचन किया गया.
नाटक स्कूल की छात्रा सुरभि एवं साक्षी के द्वारा लिखा गया. नाटक का मंचन तीन चरणों में किया गया. प्रथम चरण में यह दिखाया गया कि लड़कियों को पढना तो दूर पदाई का नाम लेना भी पाप था. प्रथम चरण में सुहानी, आकांक्षा, अमीषा और अर्पिता ने महत्वपूर्ण किरदार निभाया.
द्वितीय चरण में यह दिखाया गया कि लड़किय भी डॉक्टर बन सकती है जिससे धीरे -धीरे लोगों की धारणा बदलने लगी इसमें मुख्य रूप से अर्पिता, विद्या, पीयूष और कृति ने मुख्य किरदार निभाया. तीसरे चरण में यह दिखाया गया कि अगर अवसर मिले तो लड़कियां हर क्षेत्र में अपनी काबिलियत दिखा सकती है.
स्कूल के आठवीं वर्ग की छात्रा प्राची ने सावित्रीबाई फुले के जीवन पर प्रकाश डाला तथा बालिका की शिक्षा में सावित्री बाई फूले के योगदान की विस्तारपूर्वक चर्चा की. शिक्षिका अंजना भारती, पिंकी देवी, सोनी कुमारी, अंजलि एवं शिक्षक में राजू कुलकर्णी, राहुल कुमार, ब्रजेश कुमार, विजय कुमार ने भी सावित्री बाई फूले के जीवन पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम का संचालन नंदन कुमार ने किया.