मधेपुरा 10/01/2018
कुलपति: डाॅ. अवध किशोर राय ने सभी शिक्षकों, कर्मचारियों, विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ दी हैं.
कुलपति ने कहा है कि विश्वविद्यालय के विकास में सबों का सहयोग अपेक्षित है. हम सब मिलकर प्रयास करेंगे, बीएनएमयू को राष्ट्रीय पहचान मिलेगी. कुलपति ने कहा कि सिंडीकेट के निर्णयों के आलोक में विश्वविद्यालय के सिल्वर जुबली कार्यक्रम के आयोजन की तैयारी शुरू हो गयी है.
इसके लिए एक उच्चस्तरीय कमिटी का गठन कर दिया गया है. साथ ही यूजीसी से अनुदान हेतु प्रयास किये जा रहे हैं. कुलपति ने कहा कि बीएनएमयू में संसाधनों का घोर अभाव है. इसके बावजूद हम अपना चहुँमुखी विकास हेतु प्रयत्नशील हैं. बहुत कम समय में विश्वविद्यालय के सभी आयामों के बीच सामंजस्य बनाकर विकास कार्यों को गति दी गयी है.
उन्होंने कहा कि हम अंधेरे को कोसने की बजाय एक चिराग जलाएं. हम सभी एक-एक दीप जलाएंगे, तो एक सुन्दर दीपमाला बनेगी.यह दीपमाला बीएनएमयू को जगमगा देगी और इसकी ख्याति चारों ओर फैलेगी. इस अवसर पर कुलपति ने अपनी कुछ उपलब्धयां गिनाईं.
कुलपति: डाॅ. अवध किशोर राय ने सभी शिक्षकों, कर्मचारियों, विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ दी हैं.
कुलपति ने कहा है कि विश्वविद्यालय के विकास में सबों का सहयोग अपेक्षित है. हम सब मिलकर प्रयास करेंगे, बीएनएमयू को राष्ट्रीय पहचान मिलेगी. कुलपति ने कहा कि सिंडीकेट के निर्णयों के आलोक में विश्वविद्यालय के सिल्वर जुबली कार्यक्रम के आयोजन की तैयारी शुरू हो गयी है.
इसके लिए एक उच्चस्तरीय कमिटी का गठन कर दिया गया है. साथ ही यूजीसी से अनुदान हेतु प्रयास किये जा रहे हैं. कुलपति ने कहा कि बीएनएमयू में संसाधनों का घोर अभाव है. इसके बावजूद हम अपना चहुँमुखी विकास हेतु प्रयत्नशील हैं. बहुत कम समय में विश्वविद्यालय के सभी आयामों के बीच सामंजस्य बनाकर विकास कार्यों को गति दी गयी है.
उन्होंने कहा कि हम अंधेरे को कोसने की बजाय एक चिराग जलाएं. हम सभी एक-एक दीप जलाएंगे, तो एक सुन्दर दीपमाला बनेगी.यह दीपमाला बीएनएमयू को जगमगा देगी और इसकी ख्याति चारों ओर फैलेगी. इस अवसर पर कुलपति ने अपनी कुछ उपलब्धयां गिनाईं.
1. विश्वविद्यालय के नये कैम्पस में सामाजिक विज्ञान की पढ़ाई शुरू हो गयी है. शीघ्र ही वहाँ विज्ञान संकाय के सभी विषयों की भी पढ़ाई शुरू हो रही है.
2. स्नातकोत्तर विभागों में पठन-पाठन का माहौल बनाना है.
3. विभिन्न कालेजों में भी पठन-पाठन की व्यवस्था सुदृढ़ की जा रही है.
3. विभिन्न काॅलेजों में एनएसएस की गतिविधियां बढ़ी हैं.
4. खेलकूद को बढ़ावा दिया गया है. कई अंतर विश्वविद्यालय प्रतियोगिताओं में बीएनएमयू ने भागीदारी की है.
5. संविदाकर्मीयों को स्थाई किया गया है.
6. एकेडमिक कैलेण्डर एवं परीक्षा कैलेण्डर को लागू किया जा रहा है.
7. कदाचारमुक्त परीक्षा एवं त्रुटिरहित परीक्षाफल का प्रकाशन सुनिश्चित किया जा रहा है. 2018 में सत्र नियमित करने का लक्ष्य रखा गया है.
8. बायोमेट्रिक एटेन्डेस सिस्टम चालू किया जा रहा है.
9. कैम्पसों में वाईफाई की सुविधा को अधिकाधिक लाभार्थियों तक पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है.