मधेपुरा
निपाह वायरस से होने वाली बीमारी को जिले में फैलने से रोकने के लिए स्वास्थ्य महकमा अलर्ट हो गया है. निपाह वायरस से होने वाली बीमारी और उसके लक्षण की जानकारी देते हुए सिविल सर्जन की ओर जिले के सभी प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को पत्र जारी किया गया है.
तेज दिमागी बुखार और सिर दर्द होने पर लोगों से तत्काल चिकित्सकों से परामर्श लेने की सलाह दी गयी है. इस बीमारी से बचाव के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से जारी पत्रक में बताया गया है कि निपाह वायरस सूअर और चमगादड़ से इंसानों में फैलता है. पेश है मधेपुरा खबर से जुड़े रहने के लिए हेमन्त सरकार द्वारा बनाया गया मोबाइल एप्प, डाउनलोड करने के लिए क्लिक करें.
पहले से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से भी लोग बीमारी की चपेट में आ सकते हैं. संक्रमित चमगादड़ या चिड़िया के खाये हुए फल को खाने से भी बीमारी फैलने का खतरा रहता है. चक्कर आना, तेज दिमागी बुखार, सिर में लगातार दर्द, मांसपेशियों में दर्द, मानसिक भ्रम का होना, धुंधला दिखना और सांस लेने में तकलीफ होना आदि निपाह वायरस का लक्षण माना जा रहा है.
बताया गया है कि निपाह वायरस दिमागी बुखार से भी जुड़ा है. सीएच डॉ. गदाधर प्रसाद पांडेय ने बताया किसी मरीज में इस तरह का लक्षण दिखने पर तत्काल चिकित्सकों से परामर्श लेने की सलाह दी गयी है. इलाज के लिए पर्याप्त दवा उपलब्ध है.
निपाह वायरस से होने वाली बीमारी को जिले में फैलने से रोकने के लिए स्वास्थ्य महकमा अलर्ट हो गया है. निपाह वायरस से होने वाली बीमारी और उसके लक्षण की जानकारी देते हुए सिविल सर्जन की ओर जिले के सभी प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को पत्र जारी किया गया है.
तेज दिमागी बुखार और सिर दर्द होने पर लोगों से तत्काल चिकित्सकों से परामर्श लेने की सलाह दी गयी है. इस बीमारी से बचाव के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से जारी पत्रक में बताया गया है कि निपाह वायरस सूअर और चमगादड़ से इंसानों में फैलता है. पेश है मधेपुरा खबर से जुड़े रहने के लिए हेमन्त सरकार द्वारा बनाया गया मोबाइल एप्प, डाउनलोड करने के लिए क्लिक करें.
पहले से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से भी लोग बीमारी की चपेट में आ सकते हैं. संक्रमित चमगादड़ या चिड़िया के खाये हुए फल को खाने से भी बीमारी फैलने का खतरा रहता है. चक्कर आना, तेज दिमागी बुखार, सिर में लगातार दर्द, मांसपेशियों में दर्द, मानसिक भ्रम का होना, धुंधला दिखना और सांस लेने में तकलीफ होना आदि निपाह वायरस का लक्षण माना जा रहा है.
बताया गया है कि निपाह वायरस दिमागी बुखार से भी जुड़ा है. सीएच डॉ. गदाधर प्रसाद पांडेय ने बताया किसी मरीज में इस तरह का लक्षण दिखने पर तत्काल चिकित्सकों से परामर्श लेने की सलाह दी गयी है. इलाज के लिए पर्याप्त दवा उपलब्ध है.