मधेपुरा
बुधवार को जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में झल्लू बाबु सभागार में जल एवं स्वच्छता से संबंधित समीक्षात्मक बैठक जिले के पदाधिकारियों के साथ की गई. जिला पदाधिकारी के द्वारा सभी पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि शौचालय निर्माण का कार्य मधेपुरा जिला में द्रुत एवं तीव्र गति से करना अनिवार्य है क्योंकि बिभाग के द्वारा 31 अक्टूबर 2018 तक का समय निर्धारित किया गया है.
इस निर्धारण के फलस्वरुप अगर मधेपुरा जिला के सभी पंचायतों को ओडीएफ घोषित नहीं किया गया तो मधेपुरा जिला इस क्षेत्र में पिछड़ जाएगा और सरकार के द्वारा दिए गए कार्यों का निर्धारण ना होने पर सही तरीके से प्रशासन के कार्यों पर प्रश्नचिन्ह लग जाएगा.
सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने स्तर से पंचायत के वरिष्ठ व्यक्ति एवम गणमान्य व्यक्ति के साथ साथ पंचायत स्तर पर कार्य करने वाले सभी कर्मी को शौचालय निर्माण में सहयोग लेकर शौचालय निर्माण का कार्य पूर्ण करावे. यह एक सामाजिक कार्य है और इस कार्य के बदौलत समाज में लोगों के बीच उनके व्यवहार में परिवर्तन आएगा सामाजिक सहयोग बढ़ेगा एवं गंदगी से होने वाली बीमारियां भी दूर होगी.
विदित हो कि मधेपुरा जिला के 2242 वार्ड में मात्र 416 वार्ड घोषित किया गया है इस कार्य में सभी वरीय पदाधिकारी भी अपने ब्लॉक के पंचायत में जाकर वरिष्ठ व्यक्ति एवं सामाजिक व्यक्ति के बीच सामंजस्य कर समीक्षात्मक बैठक करें एवं सीरियसली ले कर इस कार्य को पूर्ण करावे. जल एवं स्वच्छता समिति की समीक्षा के बाद जिला पदाधिकारी के द्वारा निर्वाचन कार्यों का भी समीक्षा की गई.
ज्ञातव्य हो कि दिनांक 22.6. 2018 को निर्वाचन विभाग की समीक्षा हेतु मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के निर्देश पर निर्वाचन कार्य का समीक्षा एवं जांच हेतु उप निर्वाचन पदाधिकारी अशोक प्रियदर्शी भ्रमण में आ रहे हैं. इस दरमियान उनके द्वारा निर्वाचन में होने वाले कार्य यथा बीएलओ के द्वारा घर-घर जाकर सर्वेक्षण संबंधित कार्य, मतदान केंद्र का युक्तिकरण का कार्य, सभी प्रारूपों की जांच एवं वैसे मतदाता जो छूटे हुए हैं एवं जिनका नाम नहीं जुड़ा है आदि की जांच करेंगे. बैठक में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी सिविल सर्जन डीपीओ आईसीडीएस एवं जनसंपर्क पदाधिकारी महेश्वर पासवान उपस्थित थे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
बुधवार को जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में झल्लू बाबु सभागार में जल एवं स्वच्छता से संबंधित समीक्षात्मक बैठक जिले के पदाधिकारियों के साथ की गई. जिला पदाधिकारी के द्वारा सभी पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि शौचालय निर्माण का कार्य मधेपुरा जिला में द्रुत एवं तीव्र गति से करना अनिवार्य है क्योंकि बिभाग के द्वारा 31 अक्टूबर 2018 तक का समय निर्धारित किया गया है.
इस निर्धारण के फलस्वरुप अगर मधेपुरा जिला के सभी पंचायतों को ओडीएफ घोषित नहीं किया गया तो मधेपुरा जिला इस क्षेत्र में पिछड़ जाएगा और सरकार के द्वारा दिए गए कार्यों का निर्धारण ना होने पर सही तरीके से प्रशासन के कार्यों पर प्रश्नचिन्ह लग जाएगा.
सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने स्तर से पंचायत के वरिष्ठ व्यक्ति एवम गणमान्य व्यक्ति के साथ साथ पंचायत स्तर पर कार्य करने वाले सभी कर्मी को शौचालय निर्माण में सहयोग लेकर शौचालय निर्माण का कार्य पूर्ण करावे. यह एक सामाजिक कार्य है और इस कार्य के बदौलत समाज में लोगों के बीच उनके व्यवहार में परिवर्तन आएगा सामाजिक सहयोग बढ़ेगा एवं गंदगी से होने वाली बीमारियां भी दूर होगी.
विदित हो कि मधेपुरा जिला के 2242 वार्ड में मात्र 416 वार्ड घोषित किया गया है इस कार्य में सभी वरीय पदाधिकारी भी अपने ब्लॉक के पंचायत में जाकर वरिष्ठ व्यक्ति एवं सामाजिक व्यक्ति के बीच सामंजस्य कर समीक्षात्मक बैठक करें एवं सीरियसली ले कर इस कार्य को पूर्ण करावे. जल एवं स्वच्छता समिति की समीक्षा के बाद जिला पदाधिकारी के द्वारा निर्वाचन कार्यों का भी समीक्षा की गई.
ज्ञातव्य हो कि दिनांक 22.6. 2018 को निर्वाचन विभाग की समीक्षा हेतु मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के निर्देश पर निर्वाचन कार्य का समीक्षा एवं जांच हेतु उप निर्वाचन पदाधिकारी अशोक प्रियदर्शी भ्रमण में आ रहे हैं. इस दरमियान उनके द्वारा निर्वाचन में होने वाले कार्य यथा बीएलओ के द्वारा घर-घर जाकर सर्वेक्षण संबंधित कार्य, मतदान केंद्र का युक्तिकरण का कार्य, सभी प्रारूपों की जांच एवं वैसे मतदाता जो छूटे हुए हैं एवं जिनका नाम नहीं जुड़ा है आदि की जांच करेंगे. बैठक में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी सिविल सर्जन डीपीओ आईसीडीएस एवं जनसंपर्क पदाधिकारी महेश्वर पासवान उपस्थित थे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)