मधेपुरा
गुरुवार को लोकतांत्रिक जनता दल के संस्थापक संरक्षक शरद यादव ने मंडल महानायक कर्पूरी ठाकुर की जयन्ती के अवसर पर शहर के मुख्य बाजार स्थित कर्पूरी चौक पर माननीय स्व. कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा का अनावरण किया.
अनावरण के पश्चात सभा को संबोधित करते हुए शरद यादव ने जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के राजनीतिक मूल्यों को विस्तार से कार्यकर्ताओं और कर्पूरी विचार मंच के अन्य सदस्यों के बीच साझा करते हुए उन्होंने कहा कि राजनीतिक जीवन में ईमानदारी संवैधानिक संस्थाओं की रीढ़ की हड्डी है. केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रति वर्ष दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा करने वाले देश के शीर्षस्थ संस्थाओं की सारी स्वायत्तता देश के प्रति उसकी निष्ठा एवं विश्वसनीयता को नजरअंदाज कर राष्ट्र को कमजोर किया जा रहा है.
व्यक्ति राष्ट्र से उपर नहीं हो सकता, पर समकालीन निजाम अपने आप को राष्ट्र से ऊपर समझ सत्ता के नशे में मदमस्त हैं. ऐसी विकट परिस्थिति में हिमालय पहाड़ की तरह चट्टानी एकता कायम करने हेतु जननायक हमेशा याद किये जाते रहेंगे क्योंकि कर्पूरी ठाकुर जी ने हमेशा गाँव - गरीब - मजदूर किसानों की बेहतरी के लिए कार्य किये हैं इसलिए आज देश और खासकर बिहार की राजनीति को जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के बताये गये रास्ते पर चलने की आवश्यकता है.
साथ हीं आगामी लोकसभा चुनाव में शरद यादव जी ने ऐलान किया कि उन्हें मधेपुरा के साथ - साथ बिहार और पुरे देश में जनता के हित के लिए चुनाव लड़ना है. इस कर्पूरी जयन्ती के अवसर पर युवा सम्राट शान्तनु बुन्देला के साथ - साथ धैलाढ़ प्रखंड लोकतांत्रिक युवा जनता दल के प्रखंड अध्यक्ष राजनंदन यादव ने भी जननायक कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए उनकी राह पर चलने का संकल्प लिया.
इस अवसर पर पूर्व उपकुलपति डा. के. के. मंडल, लोकतांत्रिक जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष जेपी सेनानी सह पूर्व विधायक परमेश्वरी प्रसाद निराला, लोजद जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद यादव, युवा एलजेडी के जिलाध्यक्ष डॉ. विजेन्द्र कुमार, अति पिछड़ा जिलाध्यक्ष सत्येन्द्र शर्मा, महादलित जिलाध्यक्ष सिकन्दर ऋषिदेव, पूर्व विधान पार्षद विजय कुमार वर्मा, राकेश कुमार डब्लू, इन्दिरा कुमारी, ई. संतोष यादव, डा. अंजना यादव, प्रो. फूलेंद्र कुमार दिनेश ऋषिदेव, प्रो. शोभा कांत यादव, दीपनारायण कामत, प्रमोद यादव, अमरेश कुमार, रामकृष्ण यादव, कमल दास, जय कांत यादव, गोपाल यादव, धर्मदेव यादव, रामप्रकाश गुप्ता, माहेश्वरी यादव, ईन्दल सादा, धनिकलाल मुखिया, सुभाष कुमार, अशोक कुमार, पंकज यादव आदि उपस्थित थे.
गुरुवार को लोकतांत्रिक जनता दल के संस्थापक संरक्षक शरद यादव ने मंडल महानायक कर्पूरी ठाकुर की जयन्ती के अवसर पर शहर के मुख्य बाजार स्थित कर्पूरी चौक पर माननीय स्व. कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा का अनावरण किया.
अनावरण के पश्चात सभा को संबोधित करते हुए शरद यादव ने जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के राजनीतिक मूल्यों को विस्तार से कार्यकर्ताओं और कर्पूरी विचार मंच के अन्य सदस्यों के बीच साझा करते हुए उन्होंने कहा कि राजनीतिक जीवन में ईमानदारी संवैधानिक संस्थाओं की रीढ़ की हड्डी है. केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रति वर्ष दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा करने वाले देश के शीर्षस्थ संस्थाओं की सारी स्वायत्तता देश के प्रति उसकी निष्ठा एवं विश्वसनीयता को नजरअंदाज कर राष्ट्र को कमजोर किया जा रहा है.
व्यक्ति राष्ट्र से उपर नहीं हो सकता, पर समकालीन निजाम अपने आप को राष्ट्र से ऊपर समझ सत्ता के नशे में मदमस्त हैं. ऐसी विकट परिस्थिति में हिमालय पहाड़ की तरह चट्टानी एकता कायम करने हेतु जननायक हमेशा याद किये जाते रहेंगे क्योंकि कर्पूरी ठाकुर जी ने हमेशा गाँव - गरीब - मजदूर किसानों की बेहतरी के लिए कार्य किये हैं इसलिए आज देश और खासकर बिहार की राजनीति को जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के बताये गये रास्ते पर चलने की आवश्यकता है.
साथ हीं आगामी लोकसभा चुनाव में शरद यादव जी ने ऐलान किया कि उन्हें मधेपुरा के साथ - साथ बिहार और पुरे देश में जनता के हित के लिए चुनाव लड़ना है. इस कर्पूरी जयन्ती के अवसर पर युवा सम्राट शान्तनु बुन्देला के साथ - साथ धैलाढ़ प्रखंड लोकतांत्रिक युवा जनता दल के प्रखंड अध्यक्ष राजनंदन यादव ने भी जननायक कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए उनकी राह पर चलने का संकल्प लिया.
इस अवसर पर पूर्व उपकुलपति डा. के. के. मंडल, लोकतांत्रिक जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष जेपी सेनानी सह पूर्व विधायक परमेश्वरी प्रसाद निराला, लोजद जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद यादव, युवा एलजेडी के जिलाध्यक्ष डॉ. विजेन्द्र कुमार, अति पिछड़ा जिलाध्यक्ष सत्येन्द्र शर्मा, महादलित जिलाध्यक्ष सिकन्दर ऋषिदेव, पूर्व विधान पार्षद विजय कुमार वर्मा, राकेश कुमार डब्लू, इन्दिरा कुमारी, ई. संतोष यादव, डा. अंजना यादव, प्रो. फूलेंद्र कुमार दिनेश ऋषिदेव, प्रो. शोभा कांत यादव, दीपनारायण कामत, प्रमोद यादव, अमरेश कुमार, रामकृष्ण यादव, कमल दास, जय कांत यादव, गोपाल यादव, धर्मदेव यादव, रामप्रकाश गुप्ता, माहेश्वरी यादव, ईन्दल सादा, धनिकलाल मुखिया, सुभाष कुमार, अशोक कुमार, पंकज यादव आदि उपस्थित थे.