मधेपुरा
बीएन मंडल विश्वविद्यालय में स्थापना के 25 वर्ष बाद भी शैक्षणिक माहौल नहीं बन पा रहा है. विवि की ओर से शैक्षणिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने की बात ताे कही जा रही है, लेकिन अभी तक इस दिशा में कुछ अधिक सकारात्मक बदलाव नहीं आ पाया है.
स्नातक, स्नातकोत्तर सहित अन्य पाठ्यक्रमों का सत्र वर्षों से काफी विलंब चल रहा है. पीजी विभागों व कॉलेजों में पढ़ाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है. स्नातकोत्तर विभागों को नए परिसर में शिफ्ट हुए डेढ़ वर्ष से अधिक हो गए है. परंतु अभी तक छात्रों के लिए व्यवस्थित लैब नहीं बन पाया हैं.
बीएन मंडल विश्वविद्यालय में स्थापना के 25 वर्ष बाद भी शैक्षणिक माहौल नहीं बन पा रहा है. विवि की ओर से शैक्षणिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने की बात ताे कही जा रही है, लेकिन अभी तक इस दिशा में कुछ अधिक सकारात्मक बदलाव नहीं आ पाया है.
स्नातक, स्नातकोत्तर सहित अन्य पाठ्यक्रमों का सत्र वर्षों से काफी विलंब चल रहा है. पीजी विभागों व कॉलेजों में पढ़ाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है. स्नातकोत्तर विभागों को नए परिसर में शिफ्ट हुए डेढ़ वर्ष से अधिक हो गए है. परंतु अभी तक छात्रों के लिए व्यवस्थित लैब नहीं बन पाया हैं.
पैक्टिकल कक्षाओं के नाम पर होती है खानापूर्ति
दरअसल, बीएन मंडल विवि के किसी विभाग में प्रैक्टिकल की कक्षाएं नहीं होने का मुख्य कारण है विवि में प्रैक्टिकल के उपकरणों की अनुपलब्धता. पीजी छात्रों ने बताया कि नियमित क्लास आने के बावजूद भी वे लोग सही ढ़ंग से प्रैक्टिकल नहीं कर पाते हैं.
विज्ञान जैसे महत्वपूर्ण विषयों में यहां के छात्र बिना प्रैक्टिकल क्लास किए ही पास कर जाते हैं। साउथ कैंपस से नॉर्थ कैंपस में पीजी विभागों को शिफ्ट करते समय यहां के पुराने उपकरणों को नए कैंपस ले जाया गया. परंतु, अभी तक उन उपकरणों का सेट अप भी नहीं किया गया है. जिसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है.
विज्ञान जैसे महत्वपूर्ण विषयों में यहां के छात्र बिना प्रैक्टिकल क्लास किए ही पास कर जाते हैं। साउथ कैंपस से नॉर्थ कैंपस में पीजी विभागों को शिफ्ट करते समय यहां के पुराने उपकरणों को नए कैंपस ले जाया गया. परंतु, अभी तक उन उपकरणों का सेट अप भी नहीं किया गया है. जिसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है.
रखा-रखाव के अभाव में खराब हो रहे कीमती कैमिकल
पीजी विज्ञान संकाय में भौतिकी, रसायन विज्ञान, जंतुविज्ञान व वनस्पति विज्ञान सहित अन्य विषयों की पढ़ाई होती है. इन विषयों के लिए प्रायोगिक कक्षा अनिवार्य है.
परंतु, यहां पीजी विभागों में प्रायोगिक कक्षा को अधिक तवज्जो नहीं दिया जा रहा है. पीजी विभागों में मुलभूत सुविधाओं का काफी अभाव है. लैब में उपकरणों को व्यवस्थित कर नहीं रखने की वजह से कई उपकरण या तो खराब हो चुके हैं या खराब होने के कगार पर है.
परंतु, यहां पीजी विभागों में प्रायोगिक कक्षा को अधिक तवज्जो नहीं दिया जा रहा है. पीजी विभागों में मुलभूत सुविधाओं का काफी अभाव है. लैब में उपकरणों को व्यवस्थित कर नहीं रखने की वजह से कई उपकरण या तो खराब हो चुके हैं या खराब होने के कगार पर है.
जल्द दूर होगी समस्या
बीएनएमयू में प्रैक्टिकल उपकरणों की खरीद के लिए राज्य सरकार से राशि प्राप्त हाे चुकी है. जल्द ही नए कैंपस में सुव्यवस्थित लैब बनाया जाएगा.
डॉ. एके राय
कुलपति