पटना
कनक एंटरटेनमेंट के बैनर तले बनी हिंदी शॉर्ट फिल्म स्ट्रगल “डोंट क्विट” का प्रदर्शन कनक स्टूडियो में शुक्रवार को किया गया. बताते चलें कि इस फिल्म की कहानी पटना के सच्ची घटना पर आधारित है.
यह फिल्म कनक एंटरटेनमेंट के ट्रेनिंग एवं डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत दस दिवसीय फिल्म अभिनय व निर्देशन क्लासेस के उपरांत विद्यार्थियों द्वारा बनाया गया है. फिल्म की शूटिंग पटना, मधुबनी, कोलकाता में की गई है. फिल्म स्ट्रगल डोंट क्विट का स्क्रिप्ट ,डायलॉग व स्क्रीनप्ले सुमित ठाकुर ने किया है. संपादन विशाल भट्ट ने किया और निर्देशक विश्वजीत निषाद हैं. फिल्म की शुरुआत कृष्णा और उसके दोस्तों से होती है.
कृष्णा अपने दोस्तों को अपने सपने के बारे में बताता है कि वह एक अभिनेता बनना चाहता है, तब उसके दोस्त उसे फिल्म में काम करने का रास्ता बताते हैं, लेकिन वह रास्ता शॉर्टकट होता है. कृष्णा इसकी परवाह किए बगैर उस ओर आगे बढ़ता है, लेकिन वह असफल होता है. और उसकी पढ़ाई, समय और पूरी जिंदगी बर्बाद हो जाती है.
फिर कृष्णा हारकर अभिनय छोड़ने का निश्चय करता है और अपने सपनों को छोड़कर कंपटीशन की तैयारी शुरू कर एक आम आदमी की तरह खुशी-खुशी जीवन बसर करने का निर्णय लेता है. कृष्णा खुश तो नहीं रहता है, तभी उसके दोस्त उसे प्रोत्साहित करते हैं और उसका मार्गदर्शन करते हैं कि वह अपने सपने को पूरा करने के लिए काफी दूर तक आ चुका है.
अब पीछे हटने से कोई फायदा नहीं है और उसे रंगमंच से जुड़ने की सलाह देता है. कृष्णा संकल्प लेता है कि वह एक्टिंग ही करेगा और वह रंगमंच से जुड़ता है और समाज के विपरीत परिस्थितियों से लड़कर कई वर्षों तक रंगमंच करने के बाद राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एन.एस.डी) में चयनित होता है और वहां से पढ़ाई करके वह वापस लौटता है और युवाओं को मार्गदर्शित करता है.
यह फिल्म उन युवाओं को समर्पित है जिन्हें उचित मार्गदर्शन नहीं मिल पाता है और वैसे युवाओं के लिए भी है जो ग्लैमर की चकाचौंध को देख कर बिना मेहनत किए हुए शॉर्टकट का सहारा लेकर जल्दी सफलता प्राप्त करना चाहते हैं. एक सच्ची घटना पर बनी यह फिल्मस्ट्रगल “डोंट क्विट” के माध्यम से युवाओं को उचित मार्गदर्शन तो मिलेगा ही और साथ ही साथ उन्हें अभिनय सीखने एवम रंगमंच से जुड़ने के फायदे के बारे में भी पता चलेगा.
इस फिल्म के माध्यम से युवा निश्चित तौर पर मार्गदर्शित होंगे और शॉर्टकट का सहारा ना लेकर पूरी मेहनत और लगन से अपने लक्ष्य को हासिल करने में विश्वास करेंगे. यह फिल्म यूट्यूब पर भी आसानी से देखा जा सकता है. इस फिल्म की अवधि 25 मिनट है. स्ट्रगल “डोंट क्विट” फिल्म प्रदर्शन समारोह का उद्घाटन श्रीमती सुशीला देवी द्वारा किया गया.
इस फिल्म में सुमित ठाकुर, विशाल भट्ट, विकास रंजन, विश्वजीत निषाद, संजीव झा, संजना सिंह, सिमरन सिंह, श्वेता ठाकुर, सोनाली बर्नवाल, रिया रंजन, मनीष गुप्ता, सत्यदेव, नीलम झा, स्नेहा, टीपू सुल्तान, राहुल, सनी, निहाल, अविनाश, सौरभ, राजन, पुष्कर, आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाया है, बैकग्राउंड म्यूजिक अवधेश्वर दास, वॉइस रिकॉर्डिंग सुल्तान अहमद, स्पेशल इफैक्ट्स अंजनी कुमार धार ने दिया है.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
कनक एंटरटेनमेंट के बैनर तले बनी हिंदी शॉर्ट फिल्म स्ट्रगल “डोंट क्विट” का प्रदर्शन कनक स्टूडियो में शुक्रवार को किया गया. बताते चलें कि इस फिल्म की कहानी पटना के सच्ची घटना पर आधारित है.
यह फिल्म कनक एंटरटेनमेंट के ट्रेनिंग एवं डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत दस दिवसीय फिल्म अभिनय व निर्देशन क्लासेस के उपरांत विद्यार्थियों द्वारा बनाया गया है. फिल्म की शूटिंग पटना, मधुबनी, कोलकाता में की गई है. फिल्म स्ट्रगल डोंट क्विट का स्क्रिप्ट ,डायलॉग व स्क्रीनप्ले सुमित ठाकुर ने किया है. संपादन विशाल भट्ट ने किया और निर्देशक विश्वजीत निषाद हैं. फिल्म की शुरुआत कृष्णा और उसके दोस्तों से होती है.
कृष्णा अपने दोस्तों को अपने सपने के बारे में बताता है कि वह एक अभिनेता बनना चाहता है, तब उसके दोस्त उसे फिल्म में काम करने का रास्ता बताते हैं, लेकिन वह रास्ता शॉर्टकट होता है. कृष्णा इसकी परवाह किए बगैर उस ओर आगे बढ़ता है, लेकिन वह असफल होता है. और उसकी पढ़ाई, समय और पूरी जिंदगी बर्बाद हो जाती है.
फिर कृष्णा हारकर अभिनय छोड़ने का निश्चय करता है और अपने सपनों को छोड़कर कंपटीशन की तैयारी शुरू कर एक आम आदमी की तरह खुशी-खुशी जीवन बसर करने का निर्णय लेता है. कृष्णा खुश तो नहीं रहता है, तभी उसके दोस्त उसे प्रोत्साहित करते हैं और उसका मार्गदर्शन करते हैं कि वह अपने सपने को पूरा करने के लिए काफी दूर तक आ चुका है.
अब पीछे हटने से कोई फायदा नहीं है और उसे रंगमंच से जुड़ने की सलाह देता है. कृष्णा संकल्प लेता है कि वह एक्टिंग ही करेगा और वह रंगमंच से जुड़ता है और समाज के विपरीत परिस्थितियों से लड़कर कई वर्षों तक रंगमंच करने के बाद राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एन.एस.डी) में चयनित होता है और वहां से पढ़ाई करके वह वापस लौटता है और युवाओं को मार्गदर्शित करता है.
यह फिल्म उन युवाओं को समर्पित है जिन्हें उचित मार्गदर्शन नहीं मिल पाता है और वैसे युवाओं के लिए भी है जो ग्लैमर की चकाचौंध को देख कर बिना मेहनत किए हुए शॉर्टकट का सहारा लेकर जल्दी सफलता प्राप्त करना चाहते हैं. एक सच्ची घटना पर बनी यह फिल्मस्ट्रगल “डोंट क्विट” के माध्यम से युवाओं को उचित मार्गदर्शन तो मिलेगा ही और साथ ही साथ उन्हें अभिनय सीखने एवम रंगमंच से जुड़ने के फायदे के बारे में भी पता चलेगा.
इस फिल्म के माध्यम से युवा निश्चित तौर पर मार्गदर्शित होंगे और शॉर्टकट का सहारा ना लेकर पूरी मेहनत और लगन से अपने लक्ष्य को हासिल करने में विश्वास करेंगे. यह फिल्म यूट्यूब पर भी आसानी से देखा जा सकता है. इस फिल्म की अवधि 25 मिनट है. स्ट्रगल “डोंट क्विट” फिल्म प्रदर्शन समारोह का उद्घाटन श्रीमती सुशीला देवी द्वारा किया गया.
इस फिल्म में सुमित ठाकुर, विशाल भट्ट, विकास रंजन, विश्वजीत निषाद, संजीव झा, संजना सिंह, सिमरन सिंह, श्वेता ठाकुर, सोनाली बर्नवाल, रिया रंजन, मनीष गुप्ता, सत्यदेव, नीलम झा, स्नेहा, टीपू सुल्तान, राहुल, सनी, निहाल, अविनाश, सौरभ, राजन, पुष्कर, आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाया है, बैकग्राउंड म्यूजिक अवधेश्वर दास, वॉइस रिकॉर्डिंग सुल्तान अहमद, स्पेशल इफैक्ट्स अंजनी कुमार धार ने दिया है.
(रिपोर्ट:- ईमेल)