मधेपुरा: 25 दिन से नगर परिषद में चल रहा आंदोलन व हड़ताल सोमवार को समाप्त हो गया. वहीं आंदोलन समाप्त करते ही आंदोलनकारियों ने कार्यपालक पदाधिकारी के पत्र के आलोक में फिर से निवर्तमान मुख्य पार्षद सुधा कुमारी के विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव का पत्र भेज दिया. कार्यपालक पदाधिकारी अजय कुमार द्वारा जारी पत्र में कहा कि निर्वतमान मुख्य पार्षद सुधा कुमारी के विरूद्ध जो अविश्वास प्रस्ताव लगाया गया था, उसकी प्रक्रिया पूर्ण करने में बिहार नगर पालिका अधिनियम की धारा 49 का अनुपालन नहीं किया गया.
पत्र में ईओ ने राज्य निर्वाचन आयोग ने नगर पंचायत कोचस (रोहतास) में लगाए गए अविश्वास प्रस्ताव से संबंधित दायर याचिका में हाईकोर्ट के आदेश का हवाला दिया है. ऐसी स्थिति में मधेपुरा के मुख्य पार्षद के विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव पारित नहीं माना जा सकता है. वर्तमान में सुधा कुमारी द्वारा ही मुख्य पार्षद का दायित्व का निर्वहन करेंगे. पत्र की प्राप्ति के बाद सभी 21 पार्षदों ने निर्वतमान मुख्य पार्षद के विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव पर विशेष बैठक के लिए पत्र भेज दिया है. पूरे दिन चलती रही गहमागहमी ईओ का पत्र जारी होते ही पूरे शहर में खलबली मच गई.
सभी पार्षद अचानक सक्रिय हो गए. दोनों खेमा एक बार फिर से तुकबंदी शुरू कर दिया है. यद्यपि विपक्ष अपनी जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त दिख रहा है, लेकिन भीतरघात की आशंका से विपक्ष भी डरा है. विपक्ष भी मान रहा है कि कुछ पार्षदों फिर कुछ नया गुल खिला सकता है. ऐसे में विपक्ष टीम को एकजुट कर आगे की रणनीति बना रहा है. जबकि निवर्तमान मुख्य पार्षद का खेमा वेट एंड वाच की स्थिति में है.
(रिपोर्ट:- मोहन कुमार)
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