डेस्क: ऐसिड अटैकर्स का मनोबल बढ़ता नजर आ रहा है. दरअसल ये मनोबल बिहार पुलिस ही बढ़ा रही है. बताते चलें कि तीन दिन पहले मुजफ्फरपुर में एक नाबालिग लड़की पर एडिस अटैक किया गया था. लेकिन अब तक इस मामल में कोई कार्रवाई नहीं हुई है. पुलिस तीन दिनों से लड़की के बयान का इंतजार कर रही है. और लड़की जिंदगी और मौत से जूझ रही है. ऐसे मामलों पर बिहार पुलिस का गैर जिम्मेदार रवैया ये बताता है कि मानसिकता के लिहाज से कितनी विकलांग हैं. अब तक एसे मामलों में एफआईआर न होना ऐसे मामलों को बढ़ावा देता नजर आता है.
बताते चलें मुजफ्फपुर में एक लड़की पर गुरुवार की रात अंधेरे में बदमाशों ने तेजाब उड़ेल दिया. लड़की खुशकिस्मती थी कि तेजाब चेहरे पर नहीं पड़ा. लड़की उस वक्त वो सो रही थी. बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया और फरार हो गए. बताते चलें कि, घटना के दौरान पीड़िता के शरीर का कमर से नीचे का हिस्सा बुरी तरह झुलस गया है. गंभीर हालत में पहले उसे एसकेएमसीएच भर्ती कराया गया है. घटना कुढ़नी के फकुली ओपी के केसरम्मा गांव की है. जहां आरोपियों ने देर रात इस घटना को अंजाम दिया. इस वारदात के बाद से पीड़िता और उसके परिजन सदमे में हैं. बताया जा रहा है कि पीड़िता की उम्र 17 साल है. वह अपने कमरे में अकेली सो रही थी.
अंधेरे में उस पर अज्ञात बदमाशों ने एसिड डाल दिया. इससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गई. किशोरी के चिल्लाने पर बगल के कमरे में सो रही दीदी की नींद खुली. पीड़िता की दीदी ने उसके कमरे में जाकर देखा तो पीड़िता किशोरी दर्द से कराह रही थी. आवाज सुनकर दूसरे कमरे से पिता और भाई भी पहुंचे. आनन-फानन में उसे एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया है. वहां उसकी हालत चिंताजनक बताई गई. वहीं, पुलिस का कहना है कि जबतक पीड़ित लड़की का बयान दर्ज नहीं किया जाता तबतक कुछ नहीं बताया जा सकता. वहीं एसकेएमसीएच के बर्न वार्ड से बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया है.
पीड़िता की बुआ ने खुलकर तो नहीं बताया. लेकिन, कहा कि आशंका है कि आरोपी विक्की एकतरफा प्रेम में पागल था. वह पिछले एक साल से छात्रा के आगे पीछे घूमता था और उसे मैसेज और कॉल करता था. लेकिन, छात्रा उसे इग्नोर करती रही. इसकी जानकारी घरवालों को भी नहीं थी. लेकिन, अब धीरे-धीरे सब राज खुलकर सामने आने लगा है. बुआ ने बताया कि वह काफी डरी हुई है. आरोपी के बारे में कुछ भी नहीं बोल रही है. उन्हें आशंका है उसका कुछ वीडियो या फ़ोटो आरोपी के पास है. जिसे दिखाकर वह उसे ब्लैकमेल कर रहा होगा. इसी कारण से वह डरी सहमी है. FIR भी अज्ञात पर कराया था.
लेकिन, वॉट्सऐप चैट के आधार पर बाद में विक्की का नाम पुलिस को दिया था. उसके अलावा एक अन्य युवक का नाम भी परिजन ने संदेह के आधार पर बताया था. जिससे घटना से तीन दिन पूर्व छात्रा के साथ किसी बात को लेकर विवाद हुआ था. वह भी गांव से फरार है. पुलिस ने घटना के चार दिन बाद आरोपी विक्की को गिरफ्तार कर लिया है. उससे कई बिंदुओं पर पूछताछ की जा रही है. अगर उसकी संलिप्ता सामने आई तो उसे जेल भेजा जाएगा. इधर, परिजन का आरोप है कि पुलिस इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है. केस को दूसरा रूप देने का प्रयास किया जा रहा है. पीड़िता के शरीर पर जख्म और कमरे से एसिड की महक से साफ पता चलता है कि क्या हुआ है. फिर भी पुलिस केरोसिन तेल का महक आने की बात बता रही थी.
बुआ का कहना है कि पुलिस इसे सुसाइड का रूप देने की कोशिश कर रही थी. पीड़िता के परिवार की आर्थिक हालत बेहद कमजोर है. उसके पिता प्राइवेट नौकरी करते हैं. 7-8 हजार रुपए महीना कमाते हैं. पीड़िता का एक छोटा भाई भी है. वह मैट्रिक में है. उसकी मां का निधन 2017 में हो चुका है. तब से वह अपने पिता और भाई का ख्याल रखती है. बुआ ने कहा कि इतनी बड़ी घटना हो गयी. लेकिन, कोई भी स्थानीय जनप्रतिनिधि या नेता विधायक हालचाल पूछने तक नहीं आया. उसे सबसे अधिक जरूरत अभी पैसों की है. लेकिन, कोई भी मदद को सामने नहीं आ रहा है.
(रिपोर्ट:- सुनीत साना)
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