मधेपुरा: तीन दिवसीस झूलनोत्सव बुधवार को शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में शुरू हुआ. शहर के पालकेश्वर नाथ शिव मंदिर एवं लक्ष्मीनारायण ठाकुरबाड़ी झूलनोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. लक्ष्मीनारायण ठाकुरबाड़ी परिसर में झूला गीतों के बीच सांस्कृतिक कार्यक्रम का आगाज हुआ. इससे पहले भगवान के बाल स्वरुप की पूजा अर्चना की गई. जहां भगवान श्री कृष्ण को आकर्षक रूप में सजाया गया. भगवान कृष्ण के बाल स्वरुप को झूले में बिठाया गया और उनकी पूजा की गई. भगवान कृष्ण को 56 भोग चढ़ाया गया.
सांस्कृतिक कार्यक्रम में कोसी के अनूप जलोटा कहे जाने वाले राजीव तोमर ने प्रभुजी तुम चन्दन हम पानी, जग में सुन्दर है दो नाम चाहे कृष्ण कहो या राम, राधा ऐसी भई श्याम की दीवानी आदि प्रचारित भजनों की प्रस्तुति देकर पंडाल में मौजूद दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. राजीव तोमर ने दर्शकों की फरमाइश पर पर भी गजल, भजन की प्रस्तुति देते रहे. वहीं गायक विकास प्रकाश ने हरी नाम का प्याला हरे कृष्ण की हाला, ऐसी हाला पी पी करके चला चले मतवाला कि प्रस्तुति देकर अपनी हाजिरी लगाई.
स्थानीय कलाकार शिवाली ने श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम, श्याम चंदा है श्यामा चकोरी, बड़ी सुंदर है दोनों की जोड़ी ऐसे ही अपनी एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर भजन प्रेमियों को दांतो तले उंगली दबाने पर मजबूर कर दिया. पारंपरिक तरीकों से हारमोनियम, ठोलक, मंजीरा और तबला जैसे वाद यंत्रों के साथ चल रहे कार्यक्रम से क्षेत्र का माहौल भक्तिमय हो गया. लक्ष्मीनारायण ठाकुरवाड़ी में यह परंपरा पिछले कई वर्षों से लगातार जारी है. जो आधुनिक युग में भारतीय संस्कृति की याद को दर्शाने के लिए काफी है.
तबला पर अजय पोद्दार, पेड पर संतोष राजा व की-बर्ड पर वीरेंद्र यादव ने अपना जलवा बिखेरा. वहीं आयोजन समिति के द्वारा सभी कलाकारों को अंगवस्त्र और प्रसस्ती पत्र देकर सम्मानित किया गया. जबकि मंचन संचलन युवा गायक व कोरोना योद्धा सुनीत साना ने किया. सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान विधि व्यवस्था दुरुस्त रहे इसके लिए कमांडो दस्ता हेड विपिन कुमार व पूरी टीम मौजूद रहे.
(रिपोर्ट:- गरिमा उर्विशा)
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