मधेपुरा: नगर निकाय चुनाव 2022 के नामांकन की प्रक्रिया समाप्त हो चूंकि है हो. पांच वर्षों तक वार्ड के विकास का सब्जबाग दिखाकर चुनाव की दूसरी पारी की जंग जीतने के लिए लगभग सभी निर्वाचित वार्ड पार्षद नामांकन देकर सभी मैदान में हैं. लेकिन पंचायत चुनाव की तरह निकाय चुनाव के भी परिणाम के कयासों के बीच बदलाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है. वार्ड पार्षद के चुनाव में सबसे तेज दौड़ लगाने वाले घोड़ा पर ही जनता दाव लगाएगी. ऐसे हर वार्ड में निर्वाचित वार्ड पार्षदों के खिलाफ दमदार प्रत्याशी की तलाश तेज हो गई है. इसमें विभिन्न राजनीतिक दल से जुड़े नेता से लेकर मुहल्लों में ताल ठोंकने वाले छुटभैये नेता भी अपने-अपने ढंग से प्रत्याशी की खोज कर चुनाव मैदान में उतारने की कोशिश में जुटे हैं.
इसी सबके बीच समाजसेवा में अपनी अलग पहचान बनाने वाले अक्षय कुमार सोनू ने भी अपनी माता को नगर परिषद के वार्ड नंबर 18 से चुनावी मैदान में उतारा है. मधेपुरा खबर से बात करते हुए अक्षय कुमार सोनू ने कहा कि मैने अपना हर क्षण समाज के हर वर्ग के लोगो के दुःख-सुख में साथ खड़े रहकर उससे निवारण का भरसक प्रयास किया है. विगत वर्ष 2008 में प्रलयकारी बाढ़ की विभीषिका से मची त्राहिमाम में स्थानीय लोगों की मदद से लोगो राहत कार्य में बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजन ,पानी, दूध, वस्त्र, दवाई इत्यादि से मदद में सहयोग कर मानवधर्म को निभाया.
उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 से ही अपने सोशल मीडिया के माध्यम से नगर परिषद, मधेपुरा के सभी वार्डों के गली-मोहल्लों का भ्रमन कर चारों ओर फैले कूड़े-कचड़े, जलजमाव इत्यादि समस्याओं को तस्वीर के माध्यम से अपने सोशल मीडिया पर डालकर स्वच्छता हेतु अपना पूरा प्रयास किया व जमीनी स्तर से इसे दूर करने हेतु लगातार आवाज़ उठाता रहता हूँ. अगस्त 2019 में जानलेवा सड़क गड्ढों में तब्दील सड़क तालाब नदी झरना बन चुकी सड़क को सुदृढ़ एवं सुचारु रूप से बनवाने हेतु जन आंदोलन के माध्यम से सड़कों पर संघर्ष करते हुए अपनी आवाज बुलंद कर कुंभकरण निद्रा में सोई हुई सरकार जनप्रतिनिधि शासन प्रशासन तक अपने बातों को पहुंचाने का काम किया.
उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 में आए वैश्विक महामारी कोरोना में लॉकडाउन के कारण सारा कुछ बंद होने के चंद दिनों उपरांत उतपन्न भूखमरी में आमलोगों से सहायता लेकर भूखे-जरूरतमंदों के बीच लगभग 500-600 पैकेट प्रतिदिन भोजन तैयार कर उनतक पहुचाने का काम किया. शहर व गांव के कस्बों में जाकर लोगो के बीच जागरूकता लाने के साथ हस्तनिर्मित मास्क, सेनेटाइजर व महिला टीम के द्वारा महिला को जागरूक कर सेनेटरी पैड वितरण किया गया. वर्ष 2021 में कोरोना के दूसरे व सबसे घातक लहर जिसमें लोगों की सांसे खत्म सी हो गई चारो ओर चीख-पुकार, त्राहिमाम होने लगा कई परिवारों की जिंदगियां उजड़ गई.
उस नाजुक वक़्त में ऑक्सीजन की उपलब्धता करवाकर लोगो की साँसों को थामने का प्रयास किया साथ ही सभी राज्य के हर जिले से एक सोसल वर्कर को जोड़कर एक टीम का गठन कर स्वास्थ्य सेवा, एम्बुलेंस, दवाई, चिकित्सकिय सेवा से मदद कर बहुत हद तक जिन्दगियों को संजोने का गिलहरी सा प्रयास किया. तीसरे फेज में सुदूर गली, मोहल्लो में कोरोना के प्रति जनजागरूकता कर लोगों को बचाव हेतु संदेश देकर कोरोना से जंग जितने की हिम्मत दी.
उन्होंने बताया कि आखिरी सबसे अहम कार्य में लगभग 5 वर्षों से रक्तदान के क्षेत्र में लोगो के बीच जन जागरूकता कर कई ब्लड डोनेशन कैम्प लगाकर लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ अनगिनत लोगों को रक्त की उपलब्धता कर उनके जीवन को संजोने का काम किया एवम स्वयं भी कुल 7 बार रक्तदान कर चुका हूं व आठवां रक्तदान भी बहुत जल्द करूँगा. विशेष बहुत सारे कार्य करने की योजना मैंने बनाई है जो बच्चों के शारीरिक बौद्धिक एवं शैक्षणिक विकास से संबंधित है. उन्होंने कहा कि अगर आप लोग मेरी माता जी इस बार वार्ड पार्षद बनाते हैं तो मैं अपने संकल्प को पूरा कर खुद को साबित कर सकूं इतना ही मेरी आपसे विनती है.
(रिपोर्ट:- सुनीत साना)
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