मधेपुरा: जिला प्रशासन द्वारा गुरुवार को बीपी मंडल इंजीनियरिंग कॉलेज में लैंगिक हिंसा के विरूद्ध अंतरराष्ट्रीय महिला जागरुकता पखवाड़ा के तहत कार्यक्रम आयोजित किया गया. प्राचार्य प्रो. अरविंद कुमार अमर, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी रश्मि कुमारी, पूर्व प्रधानाचार्य डॉ. शांति यादव, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी अहमद रजा खां, निशा कुमारी एवं चंद्रकला कुमारी ने दीप प्रज्जवलित कर संयुक्त रूप से कार्यक्रम का उद्घाटन किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नोडल पदाधिकारी सह डीपीए रश्मि कुमारी ने कहा जिले में वन स्टॉप महिलाओं के विरुद्ध हिंसा रोकने में अहम भूमिका निभा रही है. वन स्टॉप सेंटर के द्वारा एक छत के नीचे सभी प्रकार के हिंसा से पीड़ित महिलाओं को विभिन्न प्रकार की सहायता निशुल्क प्रदान की जाती है. हमें महिलाओं की पीड़ा को समझना चाहिए एवं हिंसा रोकने के लिए सोचना चाहिए.
डॉ. शांति यादव ने कहा कि समाज में लोगों के मन में यह धरना बैठ गई है कि बेटियां पराया धन है और बेटा वंश को आगे बढ़ता है. महिलाओं के साथ जितनी भी हिंसा होती है, उसमें सबसे ज्यादा घर के चारदीवारी के अंदर होती है. जिसे आपसी सद्भावना से खत्म किया जा सकता है. सीडीपीओ अहमद खां ने कहा महिला के बिना समाज अस्तित्व की कल्पना नहीं की जा सकती है. पुरुष का भी जन्म भी महिला से ही होती है. महिलाएं बहन, पत्नी, सास होती है. हमें इन सभी का सम्मान करना चाहिए. सीडीपीओ निशा कुमारी ने कहा कि दहेज प्रथा, बाल विवाह, जनसंख्या नियंत्रण, भ्रूण हत्या एवं डायन प्रथा के बारे में विस्तृत रूप से बताया. महिलाएं जागरुक नहीं रहने के कारण हिंसा का शिकार हो रही हैं. जागरूक होकर एक्ट का सहयोग लें.
कार्यक्रम में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी चंद्रकला कुमारी, प्रो. राजकुमार, डॉ. अजय गिरी, प्रो. अखिलेश कुमार, डॉ. मनीष कुमार जायसवाल, प्रो. मोहन कुमार मंगलम, परियोजना प्रबंधक कुमारी शालिनी, जिला समन्वयक अंशु कुमारी, जिला कार्यक्रम समन्वयक मो. इमरान आलम, जिला कार्यक्रम सहायक राजेश कुमार, सूरज कुमार, अनुपम तिवारी, रोशन कुमार, गौतम कुमार, श्वेता कुमारी, अनिशा कुमारी, अनन्या कुमारी, सुहानी कुमारी, कविता कुमारी के साथ-साथ सैकड़ों छात्र-छात्रा मौजूद रहीं. कार्यक्रम का संचालन राजीव कुमार एवं धन्यवाद ज्ञापन विनीत कुमार ने किया.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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