मधेपुरा: विगत दिनों जय प्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा की सीनेट बैठक में बिहार के नए राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के शामिल होने पर वाम छात्र संगठन एआईएसएफ के राष्ट्रीय परिषद सदस्य सह बीएनएमयू प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने इसे ऐतिहासिक पहल बताते हुए राज्यपाल सह कुलाधिपति को इसके लिए विशेष आभार व्यक्त किया हैै. राठौर ने कहा कि बिहार के विश्वविद्यालयों में प्रायः कुलाधिपति के प्रतिनिधि के रूप में कुलपति सीनेट की अध्यक्षता करते रहते हैं जिससे बैठक लगभग विश्वविद्यालय प्रशासन की मनमानी और औपचारिकता का शिकार हो जाता हैै. बीएनएमयू की विगत के कई बैठकों में बिना बजट पढ़े बजट पास करने, कई सदस्यों द्वारा बैठक की कार्यवाही के बीच में ही ट्राली बैग व लिफाफा लेकर निकलने का हवाला देते राठौर ने कहा कि इससे सीनेट जैसी बैठकें हल्की हो जाती हैंं.
कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के सीनेट बैठक में शामिल होने को बदलाव की पहल बताते राठौर ने कहा कि विगत कुछ वर्षों में राजभवन की शिथिलता के कारण उच्च शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गई है ऐसे में वक्त बेवक्त बिहार के हर विश्वविद्यालयों में भी महामहिम कुलाधिपति को बैठकों में शामिल होना चाहिए जिससे व्यवस्था ही नहीं सुधरेगी बल्कि पदाधिकारियों में अपने कर्तव्य के प्रति बोध भी होगा. विशेषकर राठौर ने जय प्रकाश विश्वविद्यालय की तरह एक दफा बीएनएमयू में भी कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को नजरें इनायत करने की अपील की.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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