मधेपुरा: शुक्रवार की अहले सुबह बेखौफ अपराधियों ने एक दैनिक अखबार के संवाददाता की गोली मारकर हत्या कर दी. प्राप्त जानकारी अनुसार बिहार के अररिया जिला के रानीगंज प्रखंड के एक दैनिक अखबार के संवाददाता विमल कुमार यादव के घर अहले सुबह पहुंचकर दरवाजे को खटखटाया और आवाज देकर बाहर आने को कहा. उन्होंने जैसे ही यह देखने के लिए दरवाजा खोला कि अपराधियों ने उनकी गोली मार कर हत्या कर दी. बता दें कि दो साल पूर्व इनके सरपंच भाई की इसी तरह बदमाशों ने हत्या कर दी थी. जिसमे वह मुख्य गवाह था और ऐसी आशंका जताई जा रही है कि मुख्य गवाह होने के कारण बदमाशों ने उनकी हत्या कर दी. सूत्र ये भी बताते हैं कि कई बार बदमाशों द्वारा कोर्ट में गवाही देने से रोका गया था. बदमाशों द्वारा रोके जाने के बाद भी उन्होंने अपने भाई के हत्यारे के खिलाफ कोर्ट में गवाह दे दी थी.
घटना के बाद ऑल इंडियन रिपोर्टर एसोसिएशन आईरा के जिला अध्यक्ष मुरारी कुमार सिंह ने अहले सुबह अररिया जिले के रानीगंज प्रखंड के दैनिक जागरण के संवाददाता विमल कुमार यादव की अज्ञात अपराधियों द्वारा उनके आवास पर बुलाकर गोलियों से निर्ममता पूर्वक हत्या कर देना, यह सूबे में गिरती कानून व्यवस्था को दर्शाता है. जब इस राज्य में सरकार, न्यायपालिका, विधायिका एवं कार्यपालिका के बीच दिन रात का भेद मिटाकर कड़ी का काम करने वाले पत्रकार सुरक्षित नहीं हैं तो आमलोगों की स्थिति क्या होगी. इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है. उन्होंने जिला इकाई की ओर से मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर दोषी अपराधियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी करने, स्पीडी ट्रॉयल चलाकर दोषियों को फांसी की सजा देने एवं दिवंगत पत्रकार के एक आश्रित को नौकरी तथा 25 लाख रुपए मुआवजा राशि देने की मांग की है.
साथ ही मुख्य संरक्षक प्रो. प्रदीप कुमार झा, डॉ. सरोज कुमार, धर्मेंद्र भारद्वाज, कुमार आशीष, अमितेश झा, डॉ अमिताभ कुमार, संजय परमार, देवेंद्र, मनीष वत्स, मानस चंद्र सेतु, राकेश सिंह, सुनीत साना, अमित कुमार, राकेश रंजन, मुकुल वर्मा, डॉ. आईसी भगत, रबी शर्मा, सुकेश राणा, धीरेंद्र निराला, मनीष कुमार, सुभकरण, मो. सदाम, मोनाजीर, अमीर आजाद, चंद्रमनी आदि ने दिवंगत पत्रकार की आत्मा शांति के लिए प्रार्थना किया.
(रिपोर्ट:- गरिमा उर्विशा)
पब्लिसिटी के लिए नहीं पब्लिक के लिए काम करना ही पत्रकारिता है....