मधेपुरा: बुधवार को सृजन मेमोरियल हॉस्पिटल में शिविर का आयोजन कर डेढ़ सौ लोगों की मुफ्त लिवर जांच फ़िब्रो स्कैन मशीन के जरिये कराई गई. जांच के नतीजों के बारे में हॉस्पिटल के निदेशक डॉ श्रृंगी शिवम ने बताया कि अधिकांश नतीजों में फैटी लिवर पाये गए जबकि कुछ लोगों का लिवर में स्टिफनेश या कड़ापन भी पाया गया. डॉ शिवम ने बताया किफ़िब्रोस्कैन एक अल्ट्रासाउंड टेस्ट के समान है जो लीवर संक्रमण का निदान करने के लिए लीवर की कठोरता को मापता है. यह लिवर बायोप्सी का विकल्प है. लिवर फ़िब्रोस्कैन गैर-आक्रामक और लिवर बायोप्सी से अधिक सटीक है. लीवर की कठोरता आपके डॉक्टर को लीवर संक्रमण के चरण का आकलन करने में मदद करती है. यह स्कैन भी निशान ऊतक (फाइब्रोसिस) और लीवर में मौजूद वसा की मात्रा का मूल्यांकन करता है.
उन्होंने बताया कि दुर्बलता, थकान, उल्टी, वजन घटना, पीलिया, पेट दर्द और सूजन, गाढ़ा मूत्र, रपीला या लाल रंग का मल आदि लिवर संक्रमण के लक्षण माने गए हैं. डॉ शिवम बताते हैं कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का अभाव और निरंतर बढ़ रही गलत खान पान की आदतों की वजह से फैटी लिवर के मामले में तेज़ी से वृद्धि हुई हैै. मसालेदार और कार्बोहाइड्रेट की अधिकता वाले भोजन से अब बचने की जरूरत हो गई है. शराब की आदत,दर्द निवारक दवाओं का निरंतर सेवन और और गरिष्ट भोजन से बचने की भी जरूरत है. अगर किसी का फैटी लिवर है तो उन्हें चिकित्सक की सलाह जरूर लेनी चाहिए.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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