मधेपुरा: जन अधिकार पार्टी के पूर्व छात्र जिला महासचिव ने जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी को आवेदन देकर संयुक्त आयुक्त सह सचिव कोसी प्रादेशिक परिवहन प्राधिकार सहरसा के द्वारा जारी पत्र का परिवहन पदाधिकारी मधेपुरा से अनुपालन करवाने सहित निजी बस संचालक एवं चार पहिया वाहनों के संचालक द्वारा मनमाना किराया वसूली पर रोक लगाने की मांग की है. मालूम हो कि संयुक्त आयुक्त सह सचिव कोसी प्रादेशिक परिवहन प्राधिकार सहरसा के द्वारा बीते 22-12-2021 को जिला परिवहन पदाधिकारी मधेपुरा, सहरसा एवं सुपौल को पत्र जारी कर तीनों जिलों में किराया राशि तय कर सभी बस स्टैंडों में किराया चार्ट सार्वजनिक कर उस पर अमल कराने का निर्देश दिया गया था.
लेकिन जिला परिवहन पदाधिकारी मधेपुरा के द्वारा पत्र का अनुपालन आज तक नहीं किया जा सका है. जिसके कारण निजी बस एवं चार पहिया वाहनों के संचालक द्वारा विभिन्न स्थानों के लिए यात्रा करने वाले यात्रियों से तय किराया से अधिक राशि की वसूली कर रहे हैं. इस मामले में बस एवं चार पहिया संचालकों की मनमानी तीनों जिलों में चरम सीमा पार कर गई है. इस बाबत जन अधिकार पार्टी के पूर्व छात्र जिला महासचिव पुरैनी प्रखंड अंतर्गत नरदह पंचायत के दुहबी-सुहबी निवासी राहुल यादव के दिए गए आवेदन में चर्चा है कि संयुक्त आयुक्त सह सचिव कोसी प्रादेशिक परिवहन प्राधिकार सहरसा के द्वारा जारी पत्र का अनुपालन करवाने में जिला परिवहन पदाधिकारी मधेपुरा सहरसा एवं सुपौल के द्वारा आज तक कोई दिलचस्पी नहीं ली गई है.
जिसके कारण आम यात्रियों का रोजाना आर्थिक शोषण होता आ रहा है. निजी बस एवं चार पहिया वाहन संचालक मनमाना किराया की वसूली कर जहां मालामाल होते जा रहोते जा रहे हैं. वहीं आम यात्री आर्थिक शोषण का शिकार होने को बाध्य है. पत्र में चर्चा है कि सहरसा से पुरैनी तक साधारण बस का किराया 98 रुपया एवं डीलक्स बस का किराया 111 रुपया निर्धारित है. लेकिन बस संचालक द्वारा डेढ़ सौ रुपया की वसूली की जा रही है. मधेपुरा से पुरैनी तक साधारण बस का 65 रूपया एवं डीलक्स बस का 73 रुपया निर्धारित है. लेकिन उसकी जगह एक सौ रुपये लिया जा रहा है. पुरैनी से उदाकिशनगंज की एवं चौसा की दूरी जहां मात्र 11 किलोमीटर है. वहीं 16 रुपया 50 पैसे की जगह 30 रुपए किराया लिया जा रहा है.
जबकि पुरैनी से कलासन 06 किलोमीटर का भाड़ा 09 रुपए की जगह 20 रुपए जबरन वसूला जा रहा है. इस बाबत जिला परिवहन पदाधिकारी ने मधेपुरा बस स्टैंड में निर्धारित किए गए किराया चार्ट भी लगाया. लेकिन उक्त किराया चार्ट वहां लगाया गया जहां न तो बस रूकती है और न ही उस स्थान पर यात्री पहुंचते है. जिला परिवहन पदाधिकारी द्वारा अभी भी पुराने बस स्टैंड के बाहर या अंदर किराया चार्ट नहीं लगाया गया है. इतना ही नहीं विभागीय स्तर से इस बाबत न तो आज तक प्रचार-प्रसार प्रसार कराया गया है और न ही उक्त आदेश के अनुपालन के लिए विभागीय स्तर से कोई भी सार्थक पहल नहीं की गई है. इससे स्पष्ट होता है कि जिला परिवहन पदाधिकारी मधेपुरा की लापरवाही एवं उदासीनता बस एवं अन्य वाहन संचालकों को मनमाना किराया वसूलने की खुली छूट दे दी है.
राहुल यादव ने आवेदन के माध्यम से जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी से उक्त मामले पर अविलंब ध्यान देते हुए जिला परिवहन पदाधिकारी मधेपुरा से पत्र अनुपालन करवाते हुए आम यात्रियों के साथ हो रहे आर्थिक शोषण से मुक्त कराने की मांग की है.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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