कुलपति और कुलसचिव अगर विश्वविद्यालय को चलाना चाहते हैं तो कर्मचारियों की नियुक्ति संबंधी सभी कागजात को लेकर सरकार के पास लेकर जाना चाहिए. विश्वविद्यालय प्रशासन को कर्मचारियों के पक्ष को सरकार के समक्ष मजबूती से रखना होगा, तभी समस्या का समाधान होगा. बता दें कि विश्वविद्यालय मुख्यालय में कार्यरत 77 कर्मचारी 5 माह से लंबित वेतन भुगतान की मांग को लेकर 19 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. इसी दौरान राज्य सरकार के उच्च शिक्षा निदेशक ने कुलसचिव को पत्र लिखकर 42 कर्मचारियों को शोकॉज करते हुए कार्यमुक्त करने का निर्देश दिया था. इसमें से 5 कर्मचारी की मौत हो चुकी है. उच्च शिक्षा निदेशक के पत्र के आलोक में कुलसचिव ने गुरुवार को पीजी विभागों में कार्यरत 37 कर्मचारियों से शोकॉज पूछा है.
(रिपोर्ट:- मनीष कुमार)
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