बिहारीगंज: करवा चौथ व्रत को लेकर सुहागिनों ने सोलह श्रंगार सहित एक से बढ़कर भारतीय परिधान में महिलाएं, हाथों पर रची मेंहदी, गहनों की चमक, हाथों पर सजी पूजन की थाली और विधि-विधान से पति की दीर्घायु, सुख-समृद्धि के लिए कामना की. आपको बता दें कि हर साल की भांति इस साल भी मधेपुरा के बिहारीगंज में अखंड सुहाग का प्रतीक पर्व करवा चौथ बुधवार को श्रद्धा, उत्साह और परंपरा के साथ मनाया गया. इस दौरान सुहागिनों ने पति की लंबी उम्र व सुहाग की रक्षा के लिए निर्जला व्रत रखा और पूरे दिन निर्जला व्रत कर शाम में सोलह श्रृंगार कर महिलाओं ने सामूहिक रूप से करवा चौथ की विधि विधान से पूजा अर्चना की,साथ ही अघ्र्य देकर अपने पति की भी पूजा की.
इस दौरान किसी ने शादी के जोड़े में सज-संवरकर पूजा की तो किसी ने गहरे लाल रंग के परिधान पहनकर चुनरी ओढ़कर पूजा की. फिर रात में चांद संग पिया को चलनी की ओट से देखकर उनके हाथों से पानी पीकर व्रत पूरा किया. सुहाग का दीपक सदा जलता रहे यह कामना भी की. शाम को सोलह श्रंगार कर महिलाओं ने माता करवा चौथ की स्थापना की और विधि विधान से उनका पूजन किया साथ ही पति की दीर्घायु की कामना के करवा चौथ व्रत को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह रहा. इस अवसर पर महिलाओं ने व्रत का संकल्प लेकर दिनभर तैयारी की और शाम को सोलह श्रंगार कर अपने घरों में बने आटा से पकवान और बाजार से खरीदी गई पांच तरह की फल के साथ मिठाई व पूजन की सामग्री के साथ सामूहिक रूप से पूजन किया. जहां इस दिन करवा चौथ के पर्व में महिलाओं की सोलह श्रंगार का विशेष महत्व होता है.
(रिपोर्ट:- मिथिलेश कुमार)
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