डेस्क: जिला प्रशासन द्वारा गुरुवार को उदाकिशुनगंज अनुमंडल अंतर्गत सभी कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना अंतर्गत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के दौरान उपस्थित छात्राओं को स्वच्छता माहवारी, शिक्षा का महत्व, खेल का महत्व, निबंध प्रतियोगिता, कहानी लेखन, बाल विवाह, भ्रुण हत्या, घरेलू हिंसा, हेल्पलाइन नंबर 181, 112 लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित हिंसा को रोकने से संबंधित विस्तृत रूप से जानकारी दी गई. इस अवसर पर कस्तूरबा विद्यालय की छात्राओं के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया.
सभी कस्तूरबा गांधी विद्यालय एवं प्रोजेक्ट बालिका+2 विद्यालय मुरलीगंज में "नई चेतना अभियान-पहल बदलाव की ओर" कार्यक्रम के तहत उपस्थित पदाधिकारी, शिक्षिका, कर्मियों एवं छात्राओं ने हिंसा के खिलाफ हमेशा आवाज उठाने, मुख दर्शक बनकर नही रहने, सहायता मांगने एवं सहायता देने में पीछे नही हटने, सबके साथ समान व्यवहार करने और इसकी शुरुआत अपने घर से करने का शपथ लिया गया. कार्यक्रम में निबंध प्रतियोगिता, पेंटिंग प्रतियोगिता एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली छात्राओं को पुरस्कृत भी किया गया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला मिशन समन्वयक मो इमरान आलम ने कहा कि महिलाओं से संबंधित सभी तरह के समस्याओं के लिए भारत सरकार द्वारा मिशन शक्ति योजना का प्रारंभ किया गया है.
जिसके तहत जिला में वन स्टॉप सेंटर एवं जिला हब फ़ॉर एंपावरमेंट ऑफ़ वीमेन कार्यालय समाहरणालय परिसर में संचालित है जहाँ एक छत के नीचे सभी प्रकार के हिंसा से पीड़ित महिलाओं को चिकित्सकीय, पुलिस, कानूनी, मनो-सामाजिक परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. केंद्र प्रशासक कुमारी शालिनी ने कहा की महिलाएं अपने आप को कमजोर नहीं समझें, महिलाओं को किसी से डरने की आवश्यकता नहीं है. लैंगिक विशेषज्ञ राजेश कुमार ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का मुख्य उद्देश्य लिंगानुपात में प्रतिवर्ष 2 पॉइंट सुधार करना, माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक स्तर पर बालिकाओं के ड्रॉप आउट को रोकना, माध्यमिक स्तर पर एक प्रतिशत नामांकन दर में प्रतिवर्ष वृद्धि करना तथा बालिकाओं को कौशल प्रशिक्षण उपलब्ध कराने के साथ-साथ स्वच्छता माहवारी के प्रति आम जनों को जागरूक करना है. कार्यक्रम में बाल विकास परियोजना उदाकिशुनगंज हरिनाथ राम, संबंधित प्रखंड के सभी महिला पर्यवेक्षिका, सभी कस्तूरबा विद्यालय की शिक्षिका साथ-साथ कई छात्राएं मौजूद थी.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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