मधेपुरा: बीएन मंडल के पूर्व कुलपति और पूर्व सांसद डॉ. महावीर प्रसाद यादव की 97वीं जयंती विश्वविद्यालय परिसर में मनाई गई. विश्वविद्यालय परिसर में उनकी प्रतिमा पर अधिकारियों और कर्मचारियों ने फूल माला चढ़ा कर उन्हें नमन किया. इस अवसर पर महावीर दीक्षांत मंडप में उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला गया. कुलसचिव डॉ. मिहिर कुमार ठाकुर के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व कुलपति डॉ. आरकेपी रमण ने कहा कि महावीर बाबू ने कोसी में शिक्षा को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने कहा कि टीपी कॉलेज के शिक्षक के रूप में महावीर बाबू ने पूरे इलाके में अपनी पहचान बनाई थी. कॉलेज के प्रधानाचार्य के साथ ही पटना विश्वविद्यालय और बिहार विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति, बीएनएमयू के कुलपति के रूप में अपनी प्रशासनिक क्षमता का परिचय दिया. डॉ. रमण ने कहा कि महावीर बाबू विधायक, सांसद और शिक्षा मंत्री के रूप में काफी लोकप्रिय रहे. कॉलेज के विश्वकर्मा के रूप में जाने जाते हैं महावीर बाबू समारोह में साहित्यकार डॉ. भूपेंद्र मधेपुरी ने कहा कि महावीर बाबू तो कॉलेज के विकास में अहम योगदान दिया. वे कॉलेज के विश्वकर्मा के रूप में जाने जाते हैं. प्रॉक्टर डॉ. बीएन विवेका ने कहा कि उनकी प्रशासनिक क्षमता के कारण कॉलेज से विश्वविद्यालय तक कई महत्वपूर्ण कार्य हुए.
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में उनकी प्रतिमा स्थापना में हुई कठिनाई की चर्चा की. प्रतिमा स्थापित करने के सहयोग करने वाले लोगों की भी चर्चा की. उन्होंने डाॅ. अरुण कुमार, पूर्व डीएसपी मनोज कुमार, उमेश कुमार सहित अन्य द्वारा महावीर बाबू के योगदान को उजागर करने की सराहना की. मौके पर पूर्व परीक्षा नियंत्रक डॉ. गजेंद्र कुमार, डॉ. मिथिलेश कुमार, डॉ. बिनोद कुमार यादव, डॉ. अभय कुमार सहित अन्य ने भी अपनी बातें कही. इस अवसर पर कुलपति डॉ. राजनाथ यादव ने फोन पर महावीर बाबू को याद कर नमन किया.
(रिपोर्ट:- मनीष कुमार)
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